ताइवान की सीमा में घुसे चीन के लड़ाकू विमान और युद्धपोत, पीएलए ने सैन्य गतिविधियां बढ़ाई, ताइवान भी सतर्क
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 28, 2023 05:58 PM2023-05-28T17:58:36+5:302023-05-28T18:00:33+5:30
ताइवान न्यूज ने बताया कि शनिवार (27 मई) सुबह 6 बजे से रविवार (28 मई) सुबह 6 बजे के बीच देश भर में आठ चीनी सैन्य विमानों और 11 नौसैनिक जहाजों को ट्रैक किया गया।
नई दिल्ली: अपनी सैन्य ताकत के दम पर ताइवान को डराकर रखने की चीन की कोशिशें लगातार जारी हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि 27 और 28 मई के बीच क्षेत्र में चीनी लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों की गतिविधियां देखी गई हैं।
ताइवान न्यूज ने बताया कि शनिवार (27 मई) सुबह 6 बजे से रविवार (28 मई) सुबह 6 बजे के बीच देश भर में आठ चीनी सैन्य विमानों और 11 नौसैनिक जहाजों को ट्रैक किया गया। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 8 विमानों में से चार ने देश के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के पूर्वोत्तर क्षेत्र में ताइवान स्ट्रेट मेडियन लाइन को पार किया।
ये पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसी हरकत की हो। इससे पहले बीते 8 से 10 अप्रैल 2023 तक चीन ने ताइवान के तट के पास आक्रामक सैन्य अभ्यास किया था। हाल फिलहाल में चीन ने ताइवान के पास अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं।
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि देश की सीमा के पास ट्रैक किए गए विमानों में दो सुखोई एसयू-30 लड़ाकू जेट और दो चेंगदू जे-10 जेट लड़ाकू विमान शामिल थे। ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिम कोने में एक शानक्सी Y-8 पनडुब्बी रोधी युद्धक जेट भी देखा गया था। ताइवान ने पीएलए गतिविधि पर नजर रखने के लिए विमानों, नौसैनिक जहाजों और भूमि आधारित मिसाइलों को भेजकर जवाब दिया।
बता दें कि बीजिंग ने इस महीने अब तक ताइवान के आसपास 304 सैन्य विमान और 131 नौसैनिक जहाज भेजे हैं। चीन ने सितंबर 2020 से ताइवान के आसपास गश्त करने वाले सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि करके ग्रे ज़ोन रणनीति का उपयोग तेज कर दिया है।
चीनी आक्रमकता को देखते हुए ताइवान ने भी अपनी तैयारियां पुख्ता करनी शुरू कर दी हैं। हाल ही में ताइवान को अमेरिका से अत्यधुनिक पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम प्राप्त हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार ताइवान अमेरिका से जमीन से दागी जाने वाली पोत रोधी हार्पून मिसाइलें भी खरीदने वाला है। ऐसा पहली बार होगा जब ताइवान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में सक्षम जमीन आधारित हार्पून मिसाइल मिलने जा रही है। इससे पहले ताइवान ने अमेरिका से युद्धपोत के जरिए दागे जाने वाली हार्पून मिसाइलें खरीदी थीं।