America president race: ‘सुपर ट्यूसडे’ में जो बाइडन निकले आगे, बर्नी सैंडर्स पर दर्ज की जीत, 14 प्रांत में 9 पर जीते
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 4, 2020 07:30 PM2020-03-04T19:30:45+5:302020-03-04T19:30:45+5:30
चौदह प्रांतों में, अमेरिकी टीवी नेटवर्कों ने मध्यमार्गी बाइडन के लिए अब तक नौ जीत की संभावना जताई है। देश के दक्षिणी हिस्से में अफ्रीकी मूल के अमेरीकियों के बीच उनके लिए मजबूत समर्थन नजर आ रहा है। बाइडन ने टेक्सास में डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीत ली है। हालांकि, कैलीफोर्निया का नतीजा आना बाकी है, जहां सैंडर्स को मजबूत समर्थन प्राप्त है।
वाशिंगटनः अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में पूर्व उपराष्ट्रपति एवं मध्यमार्गी जो बाइडन ने ‘सुपर ट्यूसडे’ प्राइमरी में वामपंथी बर्नी सैंडर्स पर कई जीत दर्ज की है।
चौदह प्रांतों में, अमेरिकी टीवी नेटवर्कों ने मध्यमार्गी बाइडन के लिए अब तक नौ जीत की संभावना जताई है। देश के दक्षिणी हिस्से में अफ्रीकी मूल के अमेरीकियों के बीच उनके लिए मजबूत समर्थन नजर आ रहा है। बाइडन ने टेक्सास में डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीत ली है। हालांकि, कैलीफोर्निया का नतीजा आना बाकी है, जहां सैंडर्स को मजबूत समर्थन प्राप्त है।
कैलिफोर्निया और माइने में उनके बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है। सैंडर्स को अब तक तीन प्रांतों में जीत मिली है जिनमें उनका गृह राज्य वेरमोंट, और कोलारेडो तथा पश्चिमी प्रांत उताह शामिल हैं। वह मिनिसोटा और ओकलाहामा में हार गए हैं जहां उन्होंने 2016 में हिलेरी क्लिंटन को हराया था।
उल्लेखनीय है कि सीनेटर एमी क्लोबुचर और इंडियाना के पूर्व मेयर पीट बुटीगीज ने न सिर्फ यह घोषणा की कि वे इस पद के लिये दौड़ से खुद को बाहर कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने तीन नवंबर को होने वाले चुनावों में 77 वर्षीय जो बाइडन की दावेदारी के समर्थन का भी ऐलान किया है। पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति पद की दौड़ से खुद के अलग होने का ऐलान करने वाले पूर्व अमेरिकी सांसद बेटो ओ-रोर्के ने भी बाइडन को समर्थन दिया है।
इस बीच, रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में प्राइमरीज में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज की है। बाइडेन ने मुख्य दक्षिणी राज्यों में जीत हासिल की है। आठ राज्यों में जीत दर्ज करने से हाल के दिनों में उनकी उम्मीदवारी के अभियान को गति मिली है। वहीं, बाइडेन से मुकाबला कर रहे बर्नी सैंडर्स को अपने गृह राज्यों वरमोंट, कोलोराडो और उताह में जीत मिली। हालांकि, सेंडर्स का कैलिफोर्निया में जीत हासिल करना उनके लिए आने वाले समय में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में अहम माना जा रहा है।
बाइडेन ने मैसाचुसेट्स, अलाबामा, ओकलाहोमा, टेनेसी, उत्तरी कैरोलीना, आर्कासांस, मिनेसोटा और वर्जीनिया में जीत दर्ज की। हालांकि, मिनेसोटा में सैंडर्स को मजबूत दावेदार माना जा रहा था। बाइडेन और सैंडर्स के बीच माइने और टेक्सास में भी कड़ी टक्कर है। पिछले सप्ताहांत में दक्षिण कैरोलीना प्राइमरी में जीत दर्ज करने वाले पूर्व उप राष्ट्रपति ने अफ्रीकी अमेरिकी बहुल राज्यों में भी जीत हासिल की थी। वर्जीनिया में बाइडेन की जीत काफी अहम है क्योंकि वरमोंट सीनेटर बर्नी सैंडर्स और न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइक ब्लूमबर्ग से उन्हें पिछले हफ्ते कड़ी टक्कर मिली थी।
व्हाइट हाउस की दौड़ में कामयाब होते दिख रहे बाइडेन ने कहा, ''हम ऐसा अभियान तैयार कर रहे हैं जो पार्टी को एक कर सकता है और डोनाल्ड ट्रंप को हरा सकता है लेकिन हमें ऐसा करने के लिए आपकी मदद चाहिए।'' अपने जोरदार भाषण में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए सैंडर्स ने उन्हें 'देश के इतिहास में सबसे खतरनाक राष्ट्रपति' करार दिया। वहीं, बाइडेन पर भी सैंडर्स ने उन्हें इराक पर हमले के पक्ष में जाने पर निशाना साधा।
वहीं, अपने प्रचार पर भारी भरकम रकम खर्च करने के बावजूद अरबपति कारोबारी ब्लूमबर्ग को अमेरिका के छोटे से हिस्से समोआ के अलावा कहीं भी समर्थन हासिल नहीं हुआ। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आज की रात अब तक सबसे बड़ी हार मिनी माइक ब्लूमबर्ग की हुई है।
शुरुआती अभियान में पिछड़ रहे बाइडेन को पिछले शनिवार दक्षिणी कैरोलीना में जीत दर्ज करने के बाद मजबूती मिली। बाइडेन तीसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में हैं। इससे पहले वर्ष 1998 और 2008 में भी उन्हें निराशा हाथ लगी थी। तीन मार्च को 'सुपर ट्यूसडे' के दिन 14 राज्यों में राष्ट्रपति चुनाव की प्राइमरी (प्राथमिक चुनाव) हुई, जिनमें अलाबामा, अर्कांसस, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, माइने, मैसाचुसेट्स, मिनिसोटा, नार्थ कैरोलाइना, ओक्लोहामा, टेनेसी, टेक्सास, उताह, वरमोंट और वर्जीनिया शामिल हैं।
भारतीय मूल के पूर्व अमेरिकी राजनयिक ने टेक्सास 22वें जिले के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीता
भारतीय मूल के अमेरिकी श्री प्रेस्टन कुलकर्णी ने टेक्सास 22वें कांग्रेस जिले के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी मंगलवार को आसानी से जीत लिया और वह नवम्बर में रिपब्लिकन उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। कुलकर्णी (40) एक पूर्व राजनयिक हैं जो इराक, इजराइल और ताइवान में कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने अटॉर्नी एन डेविस मूरे और पियरलैंड सिटी काउंसिल के पूर्व सदस्य डेरिक रीड को मंगलवार को पार्टी चुनाव में परास्त किया। कुलकर्णी का मुकाबला 26 मई को रिपब्लिकन प्राइमरी के विजेता से होगा। कुलकर्णी एक भारतीय उपन्यासकार और शिक्षाविद के पुत्र हैं जो 1969 में अमेरिका चले गए थे।