लाइव न्यूज़ :

काबुल ड्रोन हमले के मारे गए नागरिकों के परिवार ने कहा - माफी मांगना काफी नहीं, परिवार ने सजा की मांग की

By दीप्ती कुमारी | Updated: September 19, 2021 09:47 IST

अमेरिका द्वारा काबुल में किए गए हवाई हमले में आतंकवादियों की जगह आम नागरिकों को मौत हो गई थी । इसके लिए अमेरिकी सैन्य कमांडर ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी और हालांकि मृतकों के परिवार ने सजा की मांग की है ।

Open in App
ठळक मुद्देकाबुल ड्रोन हमले में मारे गए लोगों के परिजनों ने कहा - माफी काफी नहीं हैहमले में मारी गई बच्ची के पिता ने कहा - ऐसा करने वाले को सजा मिलनी चाहिए पिता ने वाशिंगटन से की सजा देने की अपील

काबुल :   काबुल में हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में अफगानिस्तान  के 10 मासूम नागरिक मारे गए । इसपर लोगों ने कहा कि मारे गए लोगों के लिए सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है । इस हमले में सात बच्चे सहित 10 लोगों की मौत हो गई थी । 

3 साल की मलिका की भी 29 अगस्त को इस हमले में मौत हो गई । उसके पिता एमल अहमदी के बड़े भाई को जब ड्रोन से टक्कर लगी थी तब मलिका की मौत हो गई थी । जिनकी 3 साल की बेटी मलिका की 29 अगस्त को मौत हो गई थी । शनिवार को एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए परिवार ने वाशिंगटन से हमले की जांच की मांग की है और ड्रोन किसने दागा और सैन्य कर्मियों को दंडित करने की बात भी कही है । अहमदी ने कहा, "हमारे लिए सॉरी कहना काफी नहीं है।" "संयुक्त राज्य अमेरिका को उस व्यक्ति को ढूंढना चाहिए जिसने ऐसा किया ।"

अहमदी ने कहा कि परिवार अपने नुकसान के लिए वित्तीय मुआवजे की भी मांग कर रहा है और मांग की कि परिवार के अन्य सदस्यों को बिना किसी परेशानी के दूसरे देश भेजा जाए । 

काबुल में एपी और अन्य समाचार संगठनों ने ड्रोन हमले के बाद बताया कि लक्षित वाहन का चालक, जेमेराई अहमदी जो एक अमेरिकी मानवीय संगठन में लंबे समय से कर्मचारी था और पेंटागन के इस दावे का समर्थन करने के लिए सबूतों की अनुपस्थिति का हवाला दिया कि वाहन में विस्फोटक थे ।जब कार परिवार के रास्ते में जा रही थी तब मिसाइल टकरा गई और उस समय बच्चे ज़मेराई को बधाई देने के लिए कार के पास आ रहे थे ।  शुक्रवार को, यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख यूएस मरीन जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने स्ट्राइक को एक "दुखद गलती" कहा और हफ्तों की जांच के बाद कहा कि हमले में निर्दोष नागरिक वास्तव में मारे गए थे, न कि इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी । 

दरअसल काबुल हवाई हमले में 168 अफगानी के साथ-साथ 13 अमेरिकी सैन्यकर्मी भी मारे गए थे । अफगानिस्तान से वापसी के दौरान अमेरिकी सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए ये ड्रोन हमला इस्लामिक स्टेट के समूह पर किया गया था लेकिन इस हमले की जांच के दौरान ये बातें सामने आई कि इसमें 10 मासूम नागरिकों की मौत हो गई है । अमेरिका के सैन्य कमांडर ने इस बात पर दुख भी व्यक्त किया था लेकिन पीड़ितो के परिवार वाले इंसाफ चाहते हैं । 

अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बाद से ही हालात तेजी से बदल रहे हैं । महिलाओं और बच्चों के लिए स्थिति ज्यादा दयनीय हो गई है । अफगानिस्तान में महिला अधिकार को लेकर एक अलग ही बहस छिड़ी है । 

टॅग्स :अफगानिस्तानतालिबानKabul
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वUS: ट्रंप ने अफगान वीजा किया रद्द, अब अमेरिका नहीं आ सकेंगे अफगान नागरिक, व्हाइट हाउस फायरिंग के बाद एक्शन

विश्वकौन हैं रहमानुल्लाह लकनवाल? जिसने नेशनल गार्ड पर चलाई गोलियां, अफगान से है कनेक्शन

विश्वUS: व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी, आरोपी निकला अफगानी शख्स, ट्रंप ने आतंकवादी कृत्य बताया

विश्व10 अफ़गानी मारे गए, जवाबी कार्रवाई की चेतावनी: पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान के बीच फिर से बढ़ा तनाव

क्रिकेटHong Kong Sixes 2025: नेपाल के तेज़ गेंदबाज़ राशिद खान ने अफगानिस्तान के खिलाफ ली हैट्रिक, दोहरा रिकॉर्ड बनाकर रचा इतिहास VIDEO

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए