Video: पाकिस्तानी छात्रा ने यूक्रेन से सुरक्षित निकाले जाने पर किया PM Modi व भारतीय दूतावास का धन्यवाद, जल्द ही रवाना होंगी अपने वतन
By आजाद खान | Updated: March 9, 2022 09:15 IST2022-03-09T08:48:26+5:302022-03-09T09:15:56+5:30
Russia Ukraine Crisis: पाकिस्तान की अस्मा शफीक अपने सुरक्षित निकाले जाने पर बयान दिया है। इसकेल लिए उन्होंने भारतीयों का धन्यवाद किया है।

फोटो सोर्स: ANI
Russia Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन जंग के बीच फंसी पाकिस्तान की अस्मा शफीक ने भारतीय दूतावास और पीएम मोदी को शुक्रिया कहा है। भारतीय दूतावास की मदद उन्हें यूक्रेन से निकाला गया है और वह अभी रास्ते में हैं। अस्मा को लेकर यह कहा जा रहा है कि वे जल्द ही अपने मुल्क में होंगी। आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर पुतिन व जेलेंस्की जंग रोक कर मानवीय गलियारे से लोगों को सुरक्षित निकालने का मौका दे रहे हैं। ऐसे में केवल भारतीय ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी निकाला जा रहा है।
क्या कहा अस्मा शफीक ने
वीडियो में यह देखा गया है कि कैसे पाकिस्तान की रहने वाली अस्मा शफीक भारतीय दूतावास और पीएम मोदी को उन्हें सुरक्षित निकाले जाने के लिए धन्यवाद कह रही है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय अधिकारियों ने आसमा को सुरक्षित बचा लिया है और अभी वो पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते पर है। आगे पता यह भी चला है कि आसमा जल्द ही अपने परिवार से मिलेंगी। आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी शहर से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया गया है और ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के तहत उड़ानों से उन्हें भारत वापस लाया जायेगा।
#WATCH पाकिस्तान की अस्मा शफीक ने कीव में भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री मोदी को उन्हें निकालने के लिए धन्यवाद दिया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2022
अस्मा शफीक को भारतीय अधिकारियों द्वारा बचाया गया, जो अभी यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते में है: सूत्र pic.twitter.com/ATWvWbFvDP
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि सूमी से बाहर निकाले गए भारतीय छात्रों को पोलतावा ले जाया जा रहा है, जहां से वे पश्चिमी यूक्रेन के लिए ट्रेनों में सवार होंगे। पोलतावा सूमी से लगभग 175 किलोमीटर की दूरी पर है।
प्रवक्ता अरिंदम बागची ने क्या ट्वीट किया है
मामले में अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘यह सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमने सूमी से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया है। वे अभी पोलतावा शहर के लिए रास्ते में हैं जहां से वे पश्चिमी यूक्रेन के लिये ट्रेनों में सवार होंगे।’’ उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत उड़ानों से उन्हें भारत वापस लाया जायेगा। बागची ने हालांकि इस बात का उल्लेख नहीं किया कि छात्रों को किस सीमा चौकी के जरिये और कब यूक्रेन से बाहर निकाला जायेगा ताकि वे भारत वापसी के लिये उड़ान में सवार हो सकें।
कल की गई थी मानवीय गलियारे की घोषणा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया जिसमें भारतीय छात्रों को खड़ी बसों के पास जलपान करते देखा जा सकता है। वहीं, यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा जारी परामर्श में यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों से देश के विभिन्न हिस्सों में घोषित मानवीय गलियारे का उपयोग करने तथा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर ट्रेन, वाहन या अन्य माध्यमों के जरिये बाहर निकलने का आग्रह किया गया है।
यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में फंसे लोगों को निकालने के लिए आठ मार्च, 2022 को सुबह 1000 बजे से मानवीय गलियारे की घोषणा की गई है। परामर्श में कहा गया है कि सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर अगले मानवीय गलियारे की स्थापना अनिश्चित है।