यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने चीन से मांगे सैन्य हथियार, मीडिया रिपोर्ट्स में US अधिकारियों के हवाले से दावा
By विशाल कुमार | Updated: March 14, 2022 09:52 IST2022-03-14T09:45:37+5:302022-03-14T09:52:13+5:30
चीन द्वारा रूस की वित्तीय मदद की पेशकश की संभावना राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए कई चिंताओं में से एक है। बाइडेन प्रशासन चीन पर रूसी दुष्प्रचार फैलाने का भी आरोप लगा रहा है जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के लिए यूक्रेन पर रासायनिक या जैविक हथियारों से हमला करने का बहाना हो सकता है।

यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने चीन से मांगे सैन्य हथियार, मीडिया रिपोर्ट्स में US अधिकारियों के हवाले से दावा
वाशिंगटन: बीते 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस ने चीन से सैन्य हथियार मांगे थे। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि किस तरह के हथियार का अनुरोध किया गया था या चीन ने कैसे प्रतिक्रिया दी थी।
फाइनेंसियल टाइम्स और वाशिंगटन पोस्ट अखबारों ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह रविवार को यह दावा किया है।
इस बीच, सोमवार को रोम में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिएची से मुलाकात तय है।
वार्ता से पहले, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने चीन को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि वह रूस को वैश्विक प्रतिबंधों से सजा से बचने में रूस की मदद करने से बचें, जिसने रूसी अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, 'हम इसे आगे नहीं बढ़ने देंगे।
चीन द्वारा रूस की वित्तीय मदद की पेशकश की संभावना राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए कई चिंताओं में से एक है। बाइडेन प्रशासन चीन पर रूसी दुष्प्रचार फैलाने का भी आरोप लगा रहा है जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के लिए यूक्रेन पर रासायनिक या जैविक हथियारों से हमला करने का बहाना हो सकता है।
मानवाधिकार और कई अन्य मुद्दों को लेकर पश्चिमी सहयोगी देशों की सख्ती का सामना कर रहे रूस और चीन के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हो गए हैं।
चीन ने रूस के हमले की निंदा नहीं की है और इसे हमला नहीं कहा है, लेकिन बातचीत से समाधान की अपील की है।
बता दें कि, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा है कि यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से लेकर अब तक 596 नागरिकों की मौत हो चुकी है और कम से कम 1,067 लोग घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की ओर से रविवार को बताया गया कि मारे गए लोगों में से 43 और घायलों में 57 बच्चे शामिल हैं। कार्यालय ने बताया कि ज्यादातर नागरिकों की मौत भारी गोलाबारी और मिसाइल हमले के कारण हुईं।