लंदनः ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के करीबी सहयोगी और ब्रिटेन के पर्यावरण मंत्री लॉर्ड जैक गोल्डस्मिथ ने मौजूदा ऋषि सुनक सरकार पर जलवायु मुद्दों के प्रति उदासीन रहने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पद से इस्तीफा दे दिया। गोल्डस्मिथ ने कहा कि प्रधानमंत्री सुनक की पर्यावरण के प्रति ‘रुचि’ नहीं है।
सोशल मीडिया पर जारी त्यागपत्र में उन्होंने लिखा है, ‘‘हमारे सामने आई सबसे बड़ी चुनौती के प्रति इस सरकार की उदासीनता के कारण अपनी वर्तमान भूमिका को जारी रखने में मैं असमर्थ हूं।’’ उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से ब्रिटेन ने विश्व मंच से कदम खींच लिये हैं और जलवायु एवं प्रकृति पर अपना नेतृत्व वापस ले लिया।
गोल्डस्मिथ, सुनक और जॉनसन, तीनों ही सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य हैं। गोल्डस्मिथ (48) लंबे समय से एक प्रकृति संरक्षणवादी हैं, जिन्हें जॉनसन ने इस्तीफा देने से करीब एक साल पहले संसद के उच्च सदन ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ में नियुक्त किया था।
गोल्डस्मिथ का इस्तीफा उस घटना के एक दिन बाद आया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री के आठ सहयोगियों (गोल्डस्मिथ समेत) की सांसदों ने उस समिति को कमजोर करने की कोशिश को लेकर आलोचना की थी, जो यह जांच कर रही थी कि क्या जॉनसन ने कोविड-19 महामारी के दौरान नियम तोड़ने की गयी सरकारी पार्टियों को लेकर संसद में झूठ बोला था।
विशेषाधिकार समिति ने पाया कि जॉनसन ने सांसदों को गुमराह किया और संसद से उनके 90 दिनों के निलंबन की सिफारिश की। हालांकि, समिति द्वारा अपने निष्कर्षों की अग्रिम सूचना दिए जाने के बाद जॉनसन ने संसद सदस्यता से इस्तीफा देकर खुद को अपमानित होने से बचा लिया। हालांकि, डाउनिंग स्ट्रीट ने शीघ्र ही गोल्डस्मिथ के बारे में सुनक की प्रतिक्रिया जारी कर दी।
इस प्रतिक्रिया से खुलासा हुआ कि उन्हें ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ की उस विशेषाधिकार समिति को कमजोर करने की कोशिश करने के लिए सांसदों से माफी मांगने के लिए कहा गया था, जो इस बात की जांच कर रही थी कि जॉनसन ने पार्टीगेट घोटाले या महामारी के दौरान कोविड-19 कानून तोड़ने वाली सरकारी पार्टियों को लेकर संसद में झूठ बोला था या नहीं।
सुनक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘आप को विशेषाधिकार समिति के बारे में अपनी टिप्प्णियों के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया था, क्योंकि हमें लगता है कि वे आपके मंत्री पद के अनुरूप नहीं थीं। लेकिन आपने अलग रास्ता अपनाने का निर्णय लिया।’’