London: ब्रिटिश सरकार ने सोमवार को नई गाइडलाइंस जारी करते हुए स्कूलों में मोबाइल फोन पर बैन लगाने की बात रखी है। इस क्रम में यूके प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को एक वीडियो शेयर करते हुए उन बातों पर प्रकाश डाला, जिसकी वजह से अध्यपाकों और बच्चों को पढ़ाई के दौरान दो-चार होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि क्लासरूम में किसी का भी बार-बार फोन आना काफी विचलित करने वाला है और इससे पढ़ाई का माहौल नहीं बन पाता है।
पीएम ऋषि सुनक ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वो इस मुद्दे पर बात करते हुए विस्तार से बता रहे थे, लेकिन कई बार फोन आने से वो खुद भी विचलित हुए और बाद में उन्हें फोन को एक जगह रखना पड़ा। फिर, पीएम कहीं जाकर अपनी बात को पूरा कर पाए। इसलिए उन्होंने इसे पढ़ाई के वक्त सबसे बड़ा व्यवधान करार दिया और उन्होंने आगे कहा कि अगर इसे कक्षा में बैन करते हैं, तो यकीन मानिए माहौल काफी स्वस्थ और अच्छा होगा।
यूके पीएम ऋषि सुनक ने कहा, "सेकेंड्री स्कूल के लगभग एक-तिहाई विद्यार्थियों ने उन्हें बताया कि फोन के कारण उन्हें पढ़ाई कई बार रोकनी पड़ती है। पीएम ने कहा कि हम जानते हैं कि क्लासरूम में मोबाइल फोन बच्चों को अपने रास्ते से भटकने का एक बड़ा कारण है और स्कूलों में कई बार ये शरारती होने का प्रतीक बन जाता है। कई स्कूलों ने पहले ही इस पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे उन स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को सीखने और पढ़ने में मदद मिली और माहौल में भी बदलाव हुआ। अब हम नई गाइडलाइंस जारी कर रहे हैं, जहां ऐसे नियम की जरुरत है"।
उन्होंने वीडियो में कहा कि हमारे बच्चे जिस शिक्षा के लिए चाहत रखते हैं, हम सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें वैसे ही और बेहतर माहौल में शिक्षा मिलेगी। पीटीआई रिपोर्ट की मानें तो नई गाइडलाइंस में स्कूल परिसर में फोन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, स्कूल पहुंचने पर फोन सौंपना, और फोन को स्कूल में सुरक्षित रूप से बंद रखना।
यूके मीडिया वॉचडॉग ऑफिस ऑफ कम्युनिकेशन (ओएफसीओएम) के आंकड़ों के मुताबिक, 12 साल की उम्र तक 97 फीसद बच्चों के पास मोबाइल फोन होता है। शिक्षा विभाग (डीएफई) ने कहा कि स्कूलों में मोबाइल फोन का उपयोग करने से ऑनलाइन बदमाशी हो सकती है और कई बार छात्रों का ध्यान भटक सकता है, जिसके परिणामस्वरूप सीखने का समय बर्बाद हो सकता है।