इस्लामाबाद, एक मार्च (एपी) अमेरिकी सरकार के निगरानीकर्ता द्वारा सोमवार को जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में ऐसी इमारतों और गाड़ियों पर अरबों डॉलर की रकम खर्च की जो या तो खाली पड़ी थी या बर्बाद थी।
एजेंसी ने कहा कि उसने 2008 से इमारतों और गाड़ियों पर खर्च की गई 7.8 अरब डॉलर की रकम की समीक्षा की। अफगानिस्तान में लंबे संघर्ष के दौरान अमेरिकी करदाताओं की खर्च हुई रकम पर नजर रखने वाले ‘अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिये विशेष महानिरीक्षक’ (एसआईजीएआर) ने कहा कि सिर्फ 34.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य की इमारतों और गाड़ियों को ही “अच्छी स्थिति में कायम रखा गया था।”
रिपोर्ट में कहा गया कि इमारतों और वाहनों के लिये निर्धारित 7.8 अरब डॉलर में से सिर्फ 1.2 अरब डॉलर की रकम ही उक्त मकसद के लिये इस्तेमाल की गई।
विशेष महानिरीक्षक जॉन एफ सोपको ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “तथ्य यह है कि बहुत सी संपदा इस्तेमाल नहीं हुई, खराब हो गई या परित्यक्त की गई जो उन एजेंसियों के लिये बड़ी चिंता का विषय होना चाहिए जो इनके लिये रकम जारी करती हैं।”
‘लॉन्ग वार’ पत्रिका के विश्लेषक बिल रोगियो ने कहा कि एसआईजीएआर की रिपोर्ट चौंकाने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि तालिबान के हमले, भ्रष्टाचार और “निहितार्थों के बारे में सोचे बिना समस्या की तरफ रूपये देना” आर्थिक नुकसान के कारणों में शामिल है।
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