लाइव न्यूज़ :

फ्रांस में ‘स्वास्थ्य पास’ के खिलाफ प्रदर्शन जारी

By भाषा | Updated: August 21, 2021 23:04 IST

Open in App

पेरिस, 21 अगस्त (एपी) फ्रांस में रेस्तराओं और कैफे, सांस्कृतिक स्थलों, खेल स्थलों में जाने और लंबी दूरी की यात्राओं के लिए जरूरी कोविड-19 स्वास्थ्य पास (अनुमति पत्र) का विरोध करने के लिए शनिवार को देश के कई शहरों में हजारों लोगों ने मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने लगातार छठे दिन विरोध जताया और इसे आजादी पर पाबंदी बताते हुए इस कदम की निंदा की। विरोध कर रहे कुछ लोगों ने तो दावा किया कि फ्रांस सरकार टीकाकरण को आंख मूंदकर अनिवार्य बना रही है। पेरिस में विभिन्न समूहों ने चार जगहों पर प्रदर्शन आयोजित किये और इसके अलावा देश के अन्य शहरों तथा कस्बों में 200 से अधिक जगहों पर प्रदर्शन हुए। पिछले सप्ताह भी दो लाख से अधिक प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे थे। इस स्वास्थ्य पास से पता चलता है कि लोग पूरी तरह टीका लगवा चुके हैं, हाल ही में उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है या उनके पास हाल ही में कोविड-19 से स्वस्थ होने का प्रमाण है। अधिकारियों ने फ्रांस के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 15 सितंबर तक टीकाकरण अनिवार्य किया है। प्रदर्शन के बावजूद सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अधिकतर फ्रांसीसी नागरिक इस स्वास्थ्य पास के समर्थन में हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने 12 जुलाई को इस कदम की घोषणा की थी जिसके बाद से यहां लाखों लोगों ने टीके की पहली खुराक ले ली है। फ्रांस में पिछले महीने से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और हर रोज करीब 22,000 नये मरीज सामने आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से आंकड़ा इसी स्तर पर स्थिर है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वLouvre Museum in Paris: म्यूजियम से चोरी गई चीजें जाती कहां हैं?, खरीद-बिक्री कैसे होती है?

विश्वलूव्र, मोनालिसा की चोरी और कला की वापसी के रूपक

विश्वकौन हैं निकोलस सारकोजी?, आज से जेल की अवधि शुरू, 5 साल काटेंगे सजा?

पूजा पाठपेरिस लूवर संग्रहालय डकैती के बाद बंद, चोर ज्वैलरी लेकर उड़े

स्वास्थ्यParis Agreement: पेरिस समझौते से भारतीयों को मिलेगा फायदा, हर साल गर्मी वाले 30 दिनों से मिलेगी राहत

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका