पाकिस्तान ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें दावा किया जा रहा है कि पाक को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने कहा कि ये खबरें गलत और निराधार हैं। डॉन के मुताबिक जल्द ही मंत्रालय इस मामले में प्रेस रिलीज जारी करेगा।
इससे पहले खबर आ रही थी कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के एशिया प्रशांत समूह ने पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया है। रिपोर्ट्स का कहना है कि पाकिस्तान वैश्विक मानकों पर खरा उतरने में विफल साबित हुआ है। एक भारतीय अधिकारी के मुताबिक एफएटीएफ ने पाया कि पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवाद के वित्त पोषण संबंधी 40 अनुपालन मानकों में से 32 का पालन नहीं किया।
जून में पेरिस स्थित एफएटीएफ ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद के वित्त पोषण पर अपनी कार्य योजना पूरी करने में नाकाम रहा। उसने इस्लामाबाद को अक्टूबर तक अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने या फिर कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी थी। कार्रवाई के तहत उसे काली सूची में डाला जा सकता है।
पाकिस्तान पिछले एक साल से FATF की ग्रे लिस्ट में था और उसने FATF से पिछले साल जून में ऐंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग मेकेनिज्म को मजबूत बनाने के लिए उसके साथ काम करने का वादा किया था।