इस्लामाबाद, 1 अगस्त: पाकिस्तान में हाल ही में हुए आम चुनाव और उसके बाद आए फैसले को लेकर बवाल शुरू हो गया है। पाकिस्तान के पंजाब इलाके में चुनाव के फैसले को फर्जी बताते हुए लोग प्रदर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग सड़ पर उतर आए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने एक बार फिर से सेना के खिलाफ नारे लगाए हैं। उन्होंने कहा, 'ये जो दहशतगर्दी है, उसके पीछे वर्दी है' वैसे नारे लगाए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह किसी भी कीमत फर्जी फैसलों को नहीं स्वीकार करेंगे। गौरतलब है कि पंजाब नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है। जहां मंगलवार 31 जुलाई को शाम को लोग प्रदर्शन करने के लिए सड़को पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में पीएमएल-एन और पीपीपी समेत कई लोकल पार्टियों में धांधली का आरोप लगाया है। पीएमएल-एन और पीपीपी ने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद काउंटिंग के दौरान उनके मॉनिटरों को बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद कई पार्टियों ने यह भी दावा किया था कि मतदान केंद्रो पर उनके वोटरों से सेना के लोगों ने पूछा था कि वह किसको वोट देंगे तो पाकिस्तान में कई पार्टियां फिर से चुनाव कराने की मांग कर सकते हैं। हालांकि, पीटीआई और पाकिस्तान चुनाव आयोग ने चुनाव में हुई धांधली को नकारा दिया है।
बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए अंतिम नतीजों के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) आम चुनावों में 116 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। नेशनल असेंबली की कुल 270 सीटों पर चुनाव हुए थे। बीते 25 जुलाई को हुए मतदान के बाद वोटों की धीमी गिनती और चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच आयोग ने अंतिम नतीजों का ऐलान किया। चुनाव आयोग को वोटों की गिनती कराने में दो दिन से ज्यादा का वक्त लग गया।
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पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के अनुसार, संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनावों में पीटीआई ने 116 सीटें जीतकर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है।
भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 64 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 43 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है।
मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमएपी) 13 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही। 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है, जिनकी भूमिका अहम होगी क्योंकि पीटीआई को केंद्र में सरकार बनाने के लिए उनके समर्थन की जरूरत होगी।
16,857,035 वोटों के साथ पीटीआई पहले, 12,894,225 वोटों के साथ पीएमएल-एन दूसरे और 6,894,296 वोटों के साथ पीपीपी तीसरे पायदान पर है। चुनाव आयोग ने कहा कि वोटरों की ओर से डाले गए कुल वोटों के लिहाज से निर्दलीय उम्मीदवार चौथे सबसे बड़े समूह के तौर पर उभरे हैं और उन्हें कुल 6,011,297 वोट मिले हैं।
( भाषा इनपुट)
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