इमरान खान के आरोपों पर आसिफ अली जरदारी ने कहा, "ये आदमी पाकिस्तान को फसाद की आग में झोंकना चाहता है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 5, 2022 06:21 PM2022-11-05T18:21:48+5:302022-11-05T18:27:00+5:30
आसिफ अली जरदारी ने इमरान खान के लगाये आरोपों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह आदमी मुल्क में फसाद के हालात पैदा करने के लिए हर सीमा को पार करता हुआ दिखाई दे रहा है।
कराची: पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सह-प्रमुख और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के मुखिया और गोली लगने के बाद लाहौर के अस्पताल में इलाज करा रहे पूर्व पीएम इमरान खान पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा, "केवल एक आदमी (इमरान खान) मुल्क में अराजकता पैदा करना चाहता है और इसके लिए उसे किसी भी कीमत पर इजाजत नहीं दी जा सकती है कि वो किसी भी संस्था (फौज और सरकार) पर कुछ भी हमले करता रहे।"
इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति जरदारी ने इमरान खान द्वारा अपने उपर हुए हमले के लिए फौज पर निशाना साधने की आलोचना करते हुए कहा, "यह आदमी मुल्क में फसाद के हालात पैदा करने के लिए हर सीमा को पार करता हुआ दिखाई दे रहा है।"
इमरान खान की तीखा आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, "उस आदमी को न तो मुल्क की एकता से मतलब है और न उसे किसी भी संस्था की इज्जत करना आता है, वह हर वक्त केवल खुद की ताकत के बारे में सोचता रहता है।"
जरदारी ने कहा, “साल 1947 से हमने कितना कुछ सहा है लेकिन आने वाले वक्त के लिए ऐसा नहीं होने देंगे। हम किसी भी कीमत पर पाकिस्तानी सेना की शहादत को नहीं भूल सकते हैं, जिसे यह शख्स कटघरे में खड़ा कर रहा है।"
मालूम हो कि वजीराबाद में गोलियों से घायल होने के बाद शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अस्पताल से मुल्क के नाम वीडियो संदेश जारी करते हुए आरोप लगाया था कि उनकी हत्या की साजिश मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह सहित मेजर जनरल फैसल नसीर में शामिल हैं।
हालांकि खान ने आरोपों के संबंध में कोई पुख्ता सबूत नहीं पेश किया। इसके साथ ही इमरान खान ने यह भी कहा था कि वो अस्पताल से छुट्टी मिलते ही दोबारा लाहौर से इस्लामाबाद के लिए जारी हकीकी आजादी के मार्च में हिस्सा लेंगे
इमरान खान को वजीराबाद में गुरुवार को उस समय एक हमलावर ने पैरों में गोली मार दी गई थी जब वो एक कंटेनर पर सवार होकर भीड़ को हाथ हिला रहे थे। इमरान खान मुल्क में जल्द चुनाव और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इस्तीफे की मांग करते हुए मार्च निकाल रहे हैं।
वहीं इमरान खान द्वारा फौज पर लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सेना की मीडिया विंग ने कहा कि इमरान खान के आरोप पूरी तरह से निराधार, गैर जिम्मेदाराना और तथ्यों से परे हैं। इस संबंध में सेना के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बाकायदा एक बयान जारी करते हुए कहा, "पाकिस्तान सरकार से इस मामले इमरान खान के लगाये आरोपों और हमले जांच करे, जिससे कि उनके द्वारा लगाये गये सेना पर आरोपों के खिलाफ मानहानि की कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए।"