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एनएसए वैश्विक, क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचारों का गहन आदान-प्रदान करेंगे: चीन

By भाषा | Updated: August 24, 2021 20:28 IST

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चीन ने कहा है कि ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मंगलवार को भारत द्वारा बुलाई गई डिजिटल बैठक के दौरान वैश्विक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर व्यापक सहमति तक पहुंचने के लिए विचारों का गहन आदान-प्रदान करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के निमंत्रण पर, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और विदेश मामलों के केंद्रीय आयोग के कार्यालय के निदेशक यांग जिची राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की 24 अगस्त को डिजिटल रूप से होने वाली 11वीं ब्रिक्स बैठक में भाग लेंगे। बैठक को लेकर चीन की उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर वांग ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की ब्रिक्स बैठक पांच देशों - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के लिए राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए एक ‘‘महत्वपूर्ण मंच’’ है। यह बैठक इस साल के अंत में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले एक प्रमुख कार्यक्रम है। भारत पांच सदस्यीय समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। वांग ने कहा कि पांच देशों के एनएसए ‘‘वैश्विक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य और स्वास्थ्य, कानून प्रवर्तन, आतंकवाद एवं साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर व्यापक सहमति तक पहुंचने के लिए विचारों का गहन आदान-प्रदान करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चीन इस बैठक को अत्यधिक महत्व देता है। हम ब्रिक्स के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं ताकि पांच देशों के नेताओं के मार्गदर्शन के साथ राजनीतिक सुरक्षा में सहयोग को और गहरा किया जा सके।’’ यह पूछे जाने पर कि तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद ब्रिक्स समूह किस तरह की भूमिका निभा सकता है, वांग ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान में जो मौजूदा स्थिति उभर रही है, वह मुख्य रूप से आंतरिक कारकों से प्रेरित है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाहरी कारक भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन केवल आंतरिक लोगों के माध्यम से। चीन को उम्मीद है कि विभिन्न बहुपक्षीय तंत्र अफगान मुद्दे से निपटने में संवेदनशील, संतुलित और पेशेवर होंगे और एक रचनात्मक भूमिका निभाएंगे ताकि जल्द से जल्द अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और विकास का माहौल बनाया जा सके।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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