'पहलगाम आतंकी हमला न केवल भारत, बल्कि पूरी मानवता के लिए आघात है', ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बोले मोदी
By रुस्तम राणा | Updated: July 6, 2025 23:02 IST2025-07-06T23:02:16+5:302025-07-06T23:02:21+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में शिखर सम्मेलन के दौरान कहा, "आतंकवाद मानवता के सामने सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। हाल ही में भारत को पहलगाम में एक अमानवीय और कायराना आतंकवादी हमले का सामना करना पड़ा। यह पूरी मानवता पर हमला था।"

'पहलगाम आतंकी हमला न केवल भारत, बल्कि पूरी मानवता के लिए आघात है', ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बोले मोदी
BRICS Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमला न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक आघात है। पीएम ने ब्राजील में शिखर सम्मेलन के दौरान कहा, "आतंकवाद मानवता के सामने सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। हाल ही में भारत को पहलगाम में एक अमानवीय और कायराना आतंकवादी हमले का सामना करना पड़ा। यह पूरी मानवता पर हमला था।"
प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हैं, जहां वे वैश्विक नेताओं के साथ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों को आतंकवाद पर काबू पाने के लिए एक स्पष्ट और एकीकृत रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा, "आतंकवाद जैसे विषय पर दोहरे मानदंडों की कोई गुंजाइश नहीं है! अगर कोई देश आतंकवाद को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।"
ब्रिक्स घोषणापत्र में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई और आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही सहित सभी तरह के आतंकवाद से निपटने के लिए समूह की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। शिखर सम्मेलन के दौरान ‘शांति और सुरक्षा तथा वैश्विक शासन में सुधार’ पर सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और भाईचारे के मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, "ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान 'शांति और सुरक्षा तथा वैश्विक शासन में सुधार' पर सत्र में, शांति और भाईचारे के मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। आखिरकार, विश्व शांति और सुरक्षा हमारे साझा हितों और भविष्य की नींव हैं।"
At the BRICS Summit in Rio de Janeiro, Brazil, addressed the session on ‘Peace and Security and Reform of Global Governance.’ Expressed my views on why the voice of the Global South is more important than ever before and why it’s essential that global institutions provide… pic.twitter.com/XNqG8v1BXk
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2025
प्रधानमंत्री ने दिन में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए वैश्विक दक्षिण के हाशिए पर पड़े देशों की समस्या का समाधान करने के लिए वैश्विक संस्थाओं में व्यापक सुधारों की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु वित्त, सतत विकास और प्रौद्योगिकी पहुंच के मामले में वैश्विक दक्षिण को सिर्फ सांकेतिक इशारे ही दिए गए हैं।