अब ऋषि सुनक सुलझाएंगे कश्मीर का मुद्दा-ब्रिटेन के नए पीएम बनने के बाद पाकिस्तानियों में जगी नई उम्मीद
By भाषा | Updated: October 27, 2022 08:51 IST2022-10-27T08:44:18+5:302022-10-27T08:51:49+5:30
इस पर बोलते हुए पंजाब सरकार के प्रवक्ता मुसर्रत जमशेद चीमा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि ऋषि सुनक की प्राथमिकता घर पर आर्थिक चुनौतियों से निपटने की होगी, लेकिन हमें उम्मीद है कि वह कश्मीर के मुद्दे को भी सुलझाने की कोशिश करेंगे, जो पाकिस्तान और भारत के बीच दरार का मुख्य कारण है।’’

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
इस्लामाबाद:ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी भारतीय और हिंदू विरासत को अपनाया है लेकिन उनकी जड़ें वर्तमान पाकिस्तान में गुजरांवाला शहर में भी हैं, जहां उनके दादा-दादी ब्रिटेन के औपनिवेशिक शासन के दौरान रहते थे। गुजरांवाला शहर में 1947 में भारत के विभाजन के दौरान कुछ भीषण सांप्रदायिक दंगे हुए थे। उसी विभाजन से पाकिस्तान अस्तित्व में आया था।
ऋषि सुनक कश्मीर मुद्दे का कर सकते है समाधान- पाकिस्तान निवासी
आज, भारत की सीमा से लगे पूर्वी पंजाब प्रांत के एक औद्योगिक केंद्र, गुजरांवाला में कई लोग कहते हैं कि ब्रिटेन के नए नेता कश्मीर मुद्दे के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आपको बता दें कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच बीच विवाद का मुख्य बिंदु है। सुनक के दादा रामदास सुनक और दादी सुहाग रानी 1935 तक गुजरांवाला में रहे है।
पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच राजनयिक संबंध हो सकते है बेहतर- पाकिस्तानी नागिरक
हालांकि आज शहर के अधिकांश निवासियों को उन पुराने दिनों की कोई याद नहीं है, उनका कहना है कि वे 42 वर्षीय नेता सुनक की जीत पर खुशी महसूस करते हैं। उन्हें उम्मीद है कि ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच राजनयिक संबंध बेहतर होंगे। गौरतलब है कि सुनक मंगलवार को ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने है।
पाकिस्तानी नागिरकों को ऋषि सुनक से है बड़ी उम्मीदें
पहलवान उमर अली ने कहा कि यह खुशी की बात है कि ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के कुछ पूर्वज यहीं के थे। कॉलेज के प्रोफेसर खुर्रम शहजाद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुनक न केवल पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे बल्कि पाकिस्तान और भारत के लिए "सफलता का एक नया युग" भी लाएंगे।
गुजरांवाला के मछली बाजार में शाहद रहते थे ऋषि सुनक के दादा
गुजरांवाला के अधिकारियों का कहना है कि विभाजन के समय सांप्रदायिक हिंसा के दौरान अधिकांश रिकॉर्ड नष्ट हो गए थे और इसका कोई प्रमाण नहीं है कि सुनक के दादा कहां रहते थे, हालांकि लोकप्रिय धारणा मछली बाजार की ओर इशारा करती है, जहां शहर के अधिकांश हिंदू समुदाय कभी रहते थे।
ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पीएम बनने से पाकिस्तानियों में जगी है नई उम्मीद
पंजाब सरकार के प्रवक्ता मुसर्रत जमशेद चीमा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि ऋषि सुनक की प्राथमिकता घर पर आर्थिक चुनौतियों से निपटने की होगी, लेकिन हमें उम्मीद है कि वह कश्मीर के मुद्दे को भी सुलझाने की कोशिश करेंगे, जो पाकिस्तान और भारत के बीच दरार का मुख्य कारण है।’’