बोस्टन (अमेरिका), 28 अक्टूबर मेसाचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ताओं की एक टीम ने एक नया कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरण विकसित किया है, जो यह पूर्वानुमान कर सकता है कि कोई प्रौद्योगिकी कितनी तेजी से बेहतर हो रही है और यह संगठनों को अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) के प्रबंधन में मदद करेगा।
यह अध्ययन हाल में रिसर्च पॉलिसी जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जो अमेरिकी पेटेंट प्रणाली के 97.2 प्रतिशत प्रौद्योगिकी को कवर करते हुए 1,757 प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए सुधार दर के पूर्वानुमान को प्रदर्शित करता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने इस बात का जिक्र किया कि सबसे तेजी से बेहतर हो रही प्रौद्योगिकी मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर से संबद्ध है जो विशेष तौर पर नेटवर्क प्रबंधन, कंपनी सुरक्षा और मीडिया प्रसारण से जुड़ी हुई है।
अध्ययन के मुख्य लेखक एवं एमआईटी के अनुराग सिंह ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकीविद होने के नाते, हमने हर समय प्रौद्योगिकियों के बीच चयन किया। कई बार कुछ प्रौद्योगिकी अपने बारे में बढ़ा-चढ़ा कर प्रचार किये जाने के कारण काफी ध्यान आकर्षित करती है।’’
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हालांकि, तेजी से बेहतर हो रही और कहीं अधिक कारगर प्रौद्योगिकी नजरअंदाज कर दी जाती हैं। इसलिए, हम प्रौद्योगिकीय निर्णय लेने में यथार्थवाद और वस्तुनिष्ठता लाना चाहते हैं।
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