काठमांडूः नेपाल में 3 दिन से हालात खराब है। बुधवार शाम 5 बजे से गुरुवा सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच बड़ी खबर आ रही है। नेपाल में नई अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए संभावित उम्मीदवारों में पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम सामने आने पर एक युवा ने कहा कि यह एक अंतरिम सरकार है। हमने अपने देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए उन्हें यह नाम दिया है। नेपाल में पिछले 3 दिनों से ‘जेन ज़ी’ समूह के नेतृत्व में हुए हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान तीन पुलिसकर्मी सहित कम से कम 30 लोग मारे गए। पुलिस और अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस और अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को संसद भवन के सामने प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 30 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर युवा थे। नेपाल पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिंसक प्रदर्शनों के दौरान मंगलवार को काठमांडू के कोटेश्वर इलाके में भीड़ ने तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को कालीमाटी थाने पर पुलिस के साथ झड़प में तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनों के दौरान 1033 लोग घायल हुए। इस बीच नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी एवं विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा का एक अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
देउबा के बुधनीलकांठा स्थित आवास पर प्रदर्शनकारियों के हमले के दौरान वे घायल हो गए थे। नेपाल सेना ने बुधवार को प्रदर्शनों की आड़ में संभावित हिंसा को रोकने के लिए देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश और उसके बाद कर्फ्यू लगा दिया। यह कदम बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली के इस्तीफे के एक दिन बाद उठाया गया। भाषा सुरभि पवनेश पवनेश