Nepal Protest Updates: सुशीला कार्की बन सकती हैं नेपाल की अंतरिम पीएम, हालात सामान्य करने में जुटी नेपाली सेना
By अंजली चौहान | Updated: September 12, 2025 09:22 IST2025-09-12T09:21:36+5:302025-09-12T09:22:31+5:30
Nepal Protest Updates: राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल वर्तमान राजनीतिक गतिरोध से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए विभिन्न राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ संवैधानिक विशेषज्ञों के साथ परामर्श कर रहे हैं।

Nepal Protest Updates: सुशीला कार्की बन सकती हैं नेपाल की अंतरिम पीएम, हालात सामान्य करने में जुटी नेपाली सेना
Nepal Protest Updates: नेपाल में जेन-ज़ी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ बढ़ते देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच, पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के शुक्रवार दोपहर तक अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने की संभावना है। एक दिन पहले तक कुलमन घीसिंग के शपथ लेने की खबरें थीं। वहीं कल शाम काठमांडू में विरोध प्रदर्शनों के बीच दो घंटे की ढील के बाद फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। नेपाली सेना गश्त कर रही है और लोगों को घरों के अंदर रहने की हिदायत दे रही है।
नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले युवाओं ने गुरुवार को कहा कि संसद को भंग किया जाना चाहिए और लोगों की इच्छा के अनुसार संविधान में संशोधन किया जाना चाहिए। युवाओं ने बातचीत और सहयोग के माध्यम से समाधान खोजने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
इन घटनाक्रमों के बीच, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल वर्तमान राजनीतिक गतिरोध से निपटने का रास्ता निकालने के लिए विभिन्न राजनीतिक नेताओं और संवैधानिक विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं।
नई सरकार बनाने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया गया, या तो संसद भंग कर दी जाए या उसे बरकरार रखा जाए। हालाँकि, आंदोलनकारी समूह संवैधानिक ढाँचे के भीतर समाधान खोजने पर सहमत हो गया है।
इस बीच पूर्व नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र शाह ने शांति और स्थिरता की अपील की और कहा, "सार्वजनिक प्रदर्शनों के दौरान हाल ही में हुई हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़, जिससे भारी जन-धन की हानि हुई है, ने हमें बहुत दुखी किया है। कोई भी व्यवस्था या विचारधारा नागरिक स्वतंत्रता से बड़ी नहीं है।"
#WATCH | Nepal: Army personnel stand guard in Kathmandu city this morning as life slowly returns to normalcy in the country.
— ANI (@ANI) September 12, 2025
The Nepali PM resigned on 9 September amid demonstrations against the Government over alleged corruption. pic.twitter.com/OCny8CI3er
इस बीच नेपाल में फंसे भारतीयों को सुरक्षित देश वापिस लाया जा रहा है। मालूम हो कि सोमवार को सोशल मीडिया पर सरकार द्वारा लगाए गए अल्पकालिक प्रतिबंध के बाद हज़ारों प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन शुरू हुआ, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और अधिकारियों ने गोलीबारी की। विरोध प्रदर्शन काठमांडू और पोखरा, बुटवल और बीरगंज सहित अन्य प्रमुख शहरों में शुरू हुए।
देश भर में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों के साथ झड़पों में 31 लोग मारे गए हैं और 1000 से अधिक घायल हुए हैं। इन प्रदर्शनों के चलते केपी शर्मा ओली सरकार को इस्तीफा देना पड़ा।