काठमांडूः नेपाल में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद हुए कई भूस्खलनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गयी है। गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
भूस्खलन से तीन बच्चों समेत सात लोगों की जान चली गयी। पुलिस ने बताया कि कास्की जिले में सात लोगों की भूस्खलन के कारण जान चली गयी जिनमें पांच लोग पोखरा शहर में सारंगकोट इलाके में भूस्खलन से एक घर जमींदोज हो जाने से मारे गये। पुलिस ने बताया कि इसी हादसे में करीब 10 लोग घायल भी हो गए और अलग-अलग अस्पतालों में उनका इलाज जारी है।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार रात को दो अलग-अलग स्थानों पर भूस्खलन हुए। लामजुंग जिले के वेसीशहर में भूस्खलन होने से एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई। वहीं रुकुम जिले के आठबिसकोट में दो अन्य लोगों की मौत हो गयी। म्याग्दी जिले में भूस्खलन में तीन लोगों की जान चली गयी।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, जाजरकोट जिले में भूस्खलन के दौरान लापता हो गये 12 लोगों में से सात लोगों के शव मिल गये हैं जिनमें 10 साल का एक बच्चा भी शामिल है। म्याग्दी जिले में भी सात लोग लापता हैं। उनका घर भी भूस्खलन में बह गया था।
इस बीच जोगीमारा क्षेत्र में हुए एक भूस्खलन से पश्चिमी नेपाल में पृथी राजमार्ग बाधित हो गया। देश में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण नारायणी और अन्य प्रमुख नदियां उफान पर हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले तीन दिन तक मानसून की बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है।
जापान में लगातार बारिश और बाढ़ से संबंधित मामलों में 66 लोगों की मौत
जापान में बाढ़ और कीचड़ धंसने की घटनाओं में लापता हुए लोगों की तलाश अब भी जारी है जबकि सप्ताहांत बेहद तेज बारिश का पूर्वानुमान है। अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि शुक्रवार तक मरनेवालों की संख्या 66 हो गई है और 16 अन्य अब भी लापता हैं। इनमें से ज्यादातर जापान के तीसरे सबसे बड़े द्वीप कीशू के प्रातों से हैं।
कीशू से आगे मध्य जापान के खूबरसूरत पर्वतीय इलाके तक नुकसान हुआ है। कुमा गांव में तलाश एवं बचाव कार्य जारी है। यहां नौ लोग लापता हैं और उनके तलाश अभियान में बाढ़ के पानी की वजह से विलंब हो रहा है और वहां कीचड़ धंसने का खतरा भी बढ़ गया है।
बाढ़ की वजह से अलग-थलग पड़े लोगों को विमान की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग एजेंसी ने लागातार हो रही बारिश की वजह से नागासाकी और कीशू क्षेत्र के अन्य इलाकों से लोगों के निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाने संबंधी सलाह जारी की गई है। करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है, हालांकि यह अनिवार्य नहीं है।