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नेपाल में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से सात लोगों की मौत, नौ लोग लापता

By भाषा | Updated: July 28, 2020 16:24 IST

''बारिश संबंधी घटनाओं में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में पांच साल का बच्चा भी शामिल है।'' उन्होंने कहा कि भूस्खलन के चलते नौ लोग लापता हैं।

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ठळक मुद्देभूस्खलन में चार लोगों की मौत हुई जबकि रुकाम-पश्चिम तथा पल्पा जिले में हुईं ऐसी ही घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई। भूस्खलन में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और नौ लोग लापता हैं। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।भारी बारिश के कारण उफनाई गोरी नदी में बहने से मेतली गांव में एक महिला की मृत्यु हो गयी, जबकि एक अन्य महिला जारा जीबली गांव में लापता हो गयी।

काठमांडूः नेपाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और नौ लोग लापता हैं। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि बागलंग जिले में हुए भूस्खलन में चार लोगों की मौत हुई जबकि रुकाम-पश्चिम तथा पल्पा जिले में हुईं ऐसी ही घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा, ''बारिश संबंधी घटनाओं में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में पांच साल का बच्चा भी शामिल है।'' उन्होंने कहा कि भूस्खलन के चलते नौ लोग लापता हैं।

पिथौरागढ़ में गोरी नदी में एक महिला बही, एक लापता

पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी सब डिवीजन में सोमवार रात हुई भारी बारिश के कारण उफनाई गोरी नदी में बहने से मेतली गांव में एक महिला की मृत्यु हो गयी, जबकि एक अन्य महिला जारा जीबली गांव में लापता हो गयी। क्षेत्र के उपजिलाधिकारी ए के शुक्ला ने बताया कि इस दौरान इलाके में 179.60 मिमी बारिश दर्ज की गयी।

उन्होंने बताया कि मेतली गांव की राधा देवी की गोरी नदी में बहने के कारण मृत्यु हो गई जबकि जारा जीबली गांव की कलावती देवी लापता हो गयी हैं। शुक्ला ने बताया कि बारिश में जौलजीबी—मुनस्यारी मार्ग पर लुमटी में पुल भी बह गया जिससे मुनस्यारी के करीब 40 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल, राजस्व पुलिस और भारत तिब्बत सीमा पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए प्रभावित गांवों की ओर रवाना हो गयी हैं।

पिथौरागढ़ में बादल फटने की घटना में मृतकों की संख्या 10 हुई

पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी इलाके में बादल फटने की घटना के बाद प्रभावित क्षेत्र से बुधवार को तीन और शव बरामद होने के साथ मृतकों की संख्या 10 हो गयी। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदंडे ने बताया कि टांगा गांव में मलबे से अब तक सात शवों को निकाला जा चुका है।

उन्होंने बताया कि बुधवार को बचाव दल ने तीन शव मलबे से बरामद किए। भारी बारिश के दौरान टांगा में बादल फटने से 11 लोग लापता हो गए थे । अन्य लापता लोगों की तलाश अभी जारी है। क्षेत्र में एनडीआरएफ, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और राजस्व पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं । इलाके में बादल फटने की घटना वाले दिन निकटवर्ती गैला गांव में सोमवार को तीन शव बरामद हुए थे ।

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