जकार्ता:इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में शुक्रवार की नमाज के दौरान एक हाई स्कूल की मस्जिद में कई विस्फोट हुए जिसमें कम से कम 55 लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकतर छात्र थे। पुलिस ने इन अटकलों को खारिज करने की कोशिश की कि ये विस्फोट आतंकवादी हमला थे और कहा कि वे जांच कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने स्थानीय टेलीविजन स्टेशनों को बताया कि उन्होंने दोपहर के आसपास कम से कम दो जोरदार धमाके सुने, ठीक उसी समय जब जकार्ता के उत्तरी केलापा गाडिंग इलाके में नौसेना परिसर के अंदर स्थित सरकारी हाई स्कूल, एसएमए 27 स्थित मस्जिद में धर्मोपदेश शुरू हुआ था। मस्जिद में धुआं भर जाने से छात्र और अन्य लोग दहशत में बाहर भागे।
जकार्ता पुलिस प्रमुख असेप एडी सुहेरी के अनुसार ज्यादातर लोगों को कांच के टुकड़ों से मामूली से लेकर गंभीर चोटें आईं। विस्फोटों का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस प्रमुख ने बताया कि लोगों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। कुछ को तुरंत घर भेज दिया गया, लेकिन 20 छात्र अभी भी अस्पताल में हैं, जिनमें से तीन गंभीर रूप से घायल हैं।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में स्कूल यूनिफॉर्म पहने दर्जनों छात्र स्कूल के बास्केटबॉल कोर्ट में घबराहट में भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ ने अपने कानों को हाथों से ढक रखा है। ऐसा प्रतीत होता है कि वे स्वयं को तेज धमाकों से बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। कुछ घायलों को स्ट्रेचर पर प्रतीक्षारत गाड़ियों तक ले जाया गया।
छात्रों के सदमे में डूबे रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी लेने के लिए यारसी और सेम्पाका पुतिह अस्पतालों में स्थापित केंद्रों पर जमा हो गए। माता-पिता ने टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके बच्चों के सिर, पैर और हाथों पर नुकीली कीलों और विस्फोटक वस्तुओं के टुकड़ों से लगी चोटों के निशान थे।
पुलिस प्रमुख सुहेरी ने बताया कि घटनास्थल पर तैनात बम निरोधक दस्ते को मस्जिद के पास 'टॉय राइफलें' और एक 'टॉय बंदूक' मिली। उन्होंने कहा, "पुलिस अभी भी कारण का पता लगाने के लिए घटनास्थल की जांच कर रही है"।
उन्होंने पुलिस जांच पूरी होने से पहले इस तरह की अटकलें लगाने से बचने का आग्रह किया कि यह घटना एक हमला थी। सुहेरी ने कहा, "पहले अधिकारियों को काम करने दीजिए। जो भी नतीजे आएंगे, हम जनता को बताएंगे।" विश्व के सर्वाधिक मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले देश इंडोनेशिया में 2002 में एक बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था।
खबर - पीटीआई भाषा