मोदी ने बंगबंधु की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

By भाषा | Updated: March 27, 2021 15:07 IST2021-03-27T15:07:46+5:302021-03-27T15:07:46+5:30

Modi paid tribute to Bangabandhu's tomb | मोदी ने बंगबंधु की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

मोदी ने बंगबंधु की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

ढाका, 27 मार्च प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश के गोपालगंज जिले के तुंगीपाड़ा स्थित ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान के स्मारक का दौरा किया और वहां उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। ऐसा करने वाले वह किसी विदेशी सरकार के पहले मुखिया हैं।

बंगबंधु स्मारक परिसर पहुंचने पर मोदी का बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्वागत किया। वह शेख मुजीबुर रहमान की बेटी भी हैं। इस अवसर पर शेख हसीना की बहन शेख रेहाना भी मौजूद थीं।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बंगबंधु समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह किसी विदेशी राज्य प्रमुख या सरकार के प्रमुख की पहली यात्रा थी।

मोदी ने ‘बंगबंधु’ की समाधि पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कुछ समय मौन भी रखा। वहीं, इस दौरान हसीना और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने 'फातिहा' पढ़ा।

प्रधानमंत्री मोदी ने यहां आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए।

उन्होंने अपने संदेश में लिखा, ‘‘बंगबंधु का जीवन, बांग्लादेश के लोगों के स्वतंत्रता संघर्ष तथा अपने अधिकारों, समावेशी संस्कृति और उनकी पहचान के संरक्षण का प्रतीक है।’’

प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर की याद में एक बकुल का पौधा भी लगाया।

उल्लेखनीय हे कि भारत ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान को 2020 का गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को यहां एक समारोह में उनकी बेटियों- प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी छोटी बहन रेहाना-को यह पुरस्कार प्रदान किया था।

देश की आजादी की स्वर्ण जयंती और ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेने और अपनी समकक्ष हसीना से वार्ता के लिये मोदी बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं।

उन्होंने पुरस्कार, एक प्रशस्ति-पत्र और एक फलक तथा शाल प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में शेख रेहाना को प्रदान किया।

भारत सरकार ने महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के मौके पर 1995 में वार्षिक गांधी शांति पुरस्कार देना शुरू किया था। यह पहला मौका है जब किसी को मरणोपरांत यह परस्कार दिया गया है।

पुरस्कार के तहत एक करोड़ रुपये, प्रशस्ति पत्र, एक फलक और शॉल दी जाती है।

प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को ढाका पहुंचे थे जहां उनकी अगवानी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने की। हसीना के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी भी हजरत शाहजलाल अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे पर उपस्थिति थे। मोदी के सम्‍मान में 19 तोपों की सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली विदेश यात्रा है। यह यात्रा शेख मुजीबुर रहमान की जन्‍मशताब्‍दी, भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंध स्‍थापित होने के पचास वर्ष पूरे होने और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के पचास वर्ष पूरे होने से संबंधित हैं।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले वर्ष 2015 में बांग्लादेश की यात्रा की थी।

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Web Title: Modi paid tribute to Bangabandhu's tomb

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