Middle East Crisis: हमास के राजनीतिक मुखिया इस्माइल हानियेह के तेहरान में मारे जाने के बाद इस जंग ने रविवार को एक नया रूप ले लिया। हालांकि, हानिया को लेबनान के आंतकवादी संगठन हिजबुल्लाह का मुख्य कमांडरों में से एक गिना जाता था। ऐसे में लेबनान के केफर केला और दीर सिरियाने पर इजराइल पर हमलों के जवाब में हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रविवार को दर्जनों कत्युशा रॉकेट बरसा दिए, हमास के बाद ऐसे एकाएक हमलों की नई श्रृंखला है। हालांकि, इजरायल की ओर से हानिया की हत्या के बाद से मध्य पूर्व में तनाव बरकरार है। ऐसे में ईरान समर्थित समूहों ने प्रतिशोध की शपथ भी ले ली है।
इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम (Iron Dome) ने गैलिली पैनहैंडल उत्तरी इजरायल और दक्षिणी लेबनान के बीच स्थित क्षेत्र के ऊपर इनमें से ज्यादातर राकेट्स को हवा में ही इंटरसेप्ट करके खत्म कर दिया। सामने आई खबरों की मानें तो लेबनान समर्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह ने 50 रॉकेट एक साथ दागे हैं।
दूसरी ओर ईरान ने कहा कि उसे उम्मीद है कि हिजबुल्लाह इजरायल के अंदर गहराई से हमला करेगा और अब सैन्य लक्ष्यों तक ही सीमित नहीं रहेगा। ईरान के स्थानीय मीडिया के अनुसार, जवाबी कार्रवाई अधिक विचित्र, अधिक बिखरी हुई और जिसे रोकना इजरायल के लिए असंभव होगा।
हालांकि, इस तनातनी को देखते हुए अमेरिका ने ईरान से जुड़े क्षेत्रों पर सेना, युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की तैनाती की योजना की घोषणा की है, जिससे ईरान की ओर से कोई बड़ा कदम नहीं उठाया जा सके। इस क्रम में ईरान समर्थित गठबंधन प्रतिशोध की भावना से हानिये की मौत का बदला लेने के लिए कुछ भी करने को तैयार है।
इस्माइल हानियेह की इस दिन हुई हत्यातेहरान में नए ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद 31 जुलाई को इस्माइल हानियेह की हत्या कर दी गई थी। कतर में रहने वाला 62 वर्षीय व्यक्ति हमास के राजनीतिक ब्यूरो का प्रमुख था, जिसने 2007 से गाजा पट्टी पर शासन किया है। शनिवार को, ईरान ने कहा कि हनियेह को तेहरान में "छोटी दूरी के प्रोजेक्टाइल" का उपयोग करके मार दिया गया था, जिसे उसके आवास के बाहर से लॉन्च किया गया।
हनियेह की हत्या से पहले, हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र 30 जुलाई को बेरूत में एक इजरायली हवाई हमले में मारा गया था। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने घटनाओं के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया और उन्हें उचित स्थान और तरीके से कड़ी सजा देने की चेतावनी दी है। इसने संयुक्त राज्य अमेरिका पर इजराइल का समर्थन करने का भी आरोप लगाया।