मेक्सिको ने रचा इतिहास, मिली पहली महिला राष्ट्रपति
By आकाश चौरसिया | Updated: June 3, 2024 13:48 IST2024-06-03T13:18:24+5:302024-06-03T13:48:14+5:30
मेक्सिको की नई राष्ट्रपति पद पर क्लाउडिया शीनबाम ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। अब उनके सामने ड्रग कार्टेल, असामान्य गर्मी, सूखा, प्रदूषण जैसे मुद्दे होंगे, जिसका हल अब वो निकालने में कामयाब हो पाती है या नहीं, यह देखना होगा..

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: क्लाउडिया शीनबाम ने मेक्सिको के राष्ट्रपति चुनाव में अच्छे मार्जिन से जीत लिया और अब वो देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। इसी के साथ शीनबाम एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर की जगह लेने जा रही हैं। माना जाता है कि लोपेज उनके राजनीतिक गुरू भी हैं, जिनकी पहचान देश में बहुत अच्छे नेता के तौर पर है और उन्होंने गरीबों के उत्थान के लिए बहुत काम भी किया।
मौसम वैज्ञानिक और मेक्सिको शहर की पूर्व मेयर शीनबाम के जीत का मार्जिन 58.3 से 60.7 फीसदी के बीच रहा, इसी के साथ मेक्सिको के चुनावी निकाय ने उन्हें राष्ट्रपति पद पर विजयी घोषित किया। सामने आई खबरों में बताया जा रहा है कि उनकी यह जीत बहुत ऐतिहासिक है, उन्होंने मेक्सिको के लोकतांत्रिक में पहली महिला राष्ट्रपति बनकर नया मुकाम हासिल किया।
Gracias hoy al pueblo de México, este es su triunfo, este 2 de junio nuevamente hicimos historia. ¡Viva la Cuarta Transformación! ¡Viva México! pic.twitter.com/RyD8N8Impw
— Dra. Claudia Sheinbaum (@Claudiashein) June 3, 2024
विपक्षी सीनेटर और टेक कारोबारी, जोचिटल गैल्वेज ने, निवर्तमान राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के हालिया विरोध को छोड़कर, बहुत कम ऐतिहासिक समान आधार वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व किया। मेक्सिको में रविवार को हुए चुनाव के आए नतीजों से पता चलता है कि परिवारिक राजनीतिक चर्चा से लोगों ने परहेज किया गया।
विपक्षी सीनेटर और टेक कारोबारी, जोचिटल गैल्वेज ने, निवर्तमान राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के हालिया विरोध को छोड़कर, बहुत कम ऐतिहासिक समान आधार वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व किया। मेक्सिको में रविवार को हुए चुनाव के आए नतीजों से पता चलता है कि परिवारिक राजनीति से लोगों ने परहेज किया।
दूसरी तरफ देश ड्रग कार्टेल से त्रस्त हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप युद्धरत क्षेत्रों का परिदृश्य बन गया है। इन चुनौतियों के अलावा मेक्सिको असामान्य गर्मी, सूखा, प्रदूषण और राजनीतिक हिंसा में वृद्धि से जूझ रहा है। ये अब बड़े मुद्दे मेक्सिको की नई बनी राष्ट्रपति के सामने होंगे, जिनको लेकर उन्हें आगे बढ़ना है।