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पत्रकार जमाल खशोगी के बेटों ने सऊदी अरब से पिता का मांगा शव

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 5, 2018 20:29 IST

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सऊदी अरब में मारे गये पत्रकार जमाल खशोगी के बेटों ने सऊदी अधिकारियों से अपने पिता का शव लौटाने की मांग की है, ताकि परिवार उचित तरीके से उनकी मौत का मातम मना सके. परिवार ने एक साक्षात्कार में ये बातें कहीं. तुर्की में 2 अक्तूबर को सऊदी अरब की एक टीम ने देश के वाणिज्य दूतावास के अंदर खाशोगी की हत्या कर दी थी. तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि इस हत्या का आदेश सऊदी अरब सरकार के 'उच्च स्तरीय' अधिकारियों ने दिया था.

खाशोगी के पुत्र अब्दुल्ला खशोगी ने वॉशिंगटन में अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क को साक्षात्कार के दौरान बताया, ''मुझे उम्मीद है कि जो कुछ भी हुआ वह उनके लिए पीड़ादायक नहीं रहा होगा, या फिर यह बहुत जल्दबाजी में हुआ होगा. या फिर उन्हें शांतिपूर्ण मौत मिली होगी.''उनके भाई सालेह ने कहा कि ''इस वक्त हम सिर्फ यही चाहते हैं कि हम उनके पूरे परिवार के साथ मदीना के अल बाकी में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर सकें.'' उन्होंने कहा, ''मैंने इस बारे में सऊदी अधिकारियों से बात की और मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही हो जाएगा.''

तुर्की के मुख्य वकील ने हाल में कहा था कि खशोगी जैसे ही वाणिज्य दूतावास के अंदर पहुंचे उनका गला घोंट दिया गया और उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि उनके शव के टुकड़े किए गए. तुर्की के राष्ट्रपति रशीद तैयब उर्दोगान के सलाहकार यासिन आकते ने शुक्रवार को प्रकाशित एक लेख में आशंका जताई कि हो सकता है कि उनके शव को तेजाब में डालकर नष्ट कर दिया गया हो. खाशोगी के शव को ठिकाने लगाने के लिए सऊदी अरब ने दल भेजा :खबर इस्तांबुल। 5 नवंबर। एजेंसी सऊदी अरब ने पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या के बाद सबूतों को छिपाने के प्रयास में एक रासायनिक और विषविज्ञान विशेषज्ञ को इस्तांबुल भेजा है.

तुर्की के एक अखबार ने सोमवार को यह खबर प्रकाशित की. एक जमाने में सऊदी के शाह परिवार के करीबी रहे और बाद में उनके आलोचक बन गये खशोगी की इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हत्या होने से दुनियाभर के देशों में गुस्सा देखने को मिला. तुर्की के अधिकारियों ने नृशंस हत्या का ब्यौरा जारी किया है और राष्ट्रपति रशीद तैयब उर्दोगान ने कहा कि यह सुनियोजित हत्या थी. रियाद के अधिकारियों ने जहां स्वीकार किया है कि हत्या सुनियोजित थी, वहीं उन्होंने अभी तक 59 वर्षीय पत्रकार के लापता शव की जानकारी जारी नहीं की है.

तुर्की के सरकार समर्थक सबा अखबार के अनुसार सऊदी अरब ने 11 अक्टूबर को हत्या के मामले को ढंकने के लिए 11 सदस्यों का एक दल इस्तांबुल भेजा था. इससे नौ दिन पहले खाशोगी यहां सऊदी दूतावास में प्रवेश करने के बाद से लापता हो गए थे. जांच दल में रसायन विशेषज्ञ अहमद अब्दुल्ला अजीज अलजानोबी और विषविज्ञान विशेषज्ञ खालिद याहिया अल जहरानी शामिल हैं. इस दल ने 17 अक्टूबर तक हर रोज वाणिज्य दूतावास का दौरा किया और 20 अक्तूबर को तुर्की रवाना हो गया. सऊदी अरब ने अंतत: तुर्की पुलिस को 20 अक्तूबर को पहली बार वाणिज्य दूतावास की तलाशी की अनुमति दे दी थी.

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