कोरोना वायरस का असर: उत्तरी इटली में आवाजाही बंद, पुर्तगाल के राष्ट्रपति ने घर पर रहने का फैसला किया, कार्यक्रम रद्द
By भाषा | Published: March 9, 2020 01:58 PM2020-03-09T13:58:55+5:302020-03-09T13:58:55+5:30
Coronavirus Update: इटली की जेलों में तो संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लगाए गए नए नियमों के खिलाफ कैदियों ने हंगामा कर दिया जिसमें एक कैदी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जेल अधिकार समूह ने यह जानकारी दी। नए नियमों में परिवार के लोगों से मुलाकात पर भी रोक लगा दी गई है।
रोम/लिस्बन/पेरिस/मिलान/माजूरो/सियोलः
दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप का असर अब कई देशों में साफ नजर आ रहा है। इस वायरस की वजह से कहीं हंगामा हो रहा है तो कहीं लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।
इटली की जेलों में तो संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लगाए गए नए नियमों के खिलाफ कैदियों ने हंगामा कर दिया जिसमें एक कैदी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जेल अधिकार समूह ने यह जानकारी दी। नए नियमों में परिवार के लोगों से मुलाकात पर भी रोक लगा दी गई है।
इन प्रतिबंधों के खिलाफ नपेल्स पोग्गिओरियल, मोडेना, फ्रोसिनोन और एलेक्जेन्ड्रिया जेल में कैदियों के बीच विद्रोह भड़क गया। इसमें मोडेना जेल में एक कैदी की मौत हो गई और दो जेल अधिकारी घायल हो गए। संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने 1.5 करोड़ की आबादी वाले उत्तरी इटली में आवाजाही को बंद कर दिया है।
इटली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या 366 तक पहुंच गई। इटली के आंतरिक मंत्रालय ने कहा है कि जो भी बंद के आदेश का उल्लंघन करेगा उसे तीन महीने की जेल या 206 यूरो के जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। यहां महज 24 घंटे में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या अचानक बढ़ी और 1,200 के पार पहुंच गई थी जिसके चलते सरकार ने ये प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। कोरोना वायरस के खौफ से पुर्तगाल के राष्ट्रपति ने अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द करके घर पर रहने का फैसला किया है।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया कि 71 वर्षीय मार्सेलो रेबेलो डे सूसा ने हाल में उस स्कूल के बच्चों से मुलाकात की थी जिस स्कूल को एक बच्चे के कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण बंद कर दिया गया था। इसमें कहा गया कि राष्ट्रपति में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। उनके कार्यालय ने रविवार को कहा कि उन्होंने स्वत: ही पृथक होने का फैसला किया है।
पुर्तगाल में अब तक 25 मामले सामने आए हैं लेकिन कोई मौत नहीं हुई है। इस बीच पेरिस से मिली खबर के मुताबिक फ्रांस ने 1,000 से अधिक लोगों के कहीं भी इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यहां कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 19 हो गई है।
कोरोना वायरस से बचने के लिए वहीं मार्शल द्वीपसमूह ने हवाई मार्ग से यहां आने वाले सभी लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध दो हफ्ते के लिए लगाया गया है। गौरतलब है कि यहां अब तक कोरोना वायरस का एक भी पुष्ट मामला सामने नहीं आया है लेकिन खतरे के मद्देनजर यह सख्त कदम उठाया गया है। देश के स्वास्थ्य विभाग ने कहा, ‘‘मार्शल द्वीपसमूह में आने वाले हवाई यात्रियों का पूर्णत: निलंबन, वह भी तत्काल प्रभाव से।’’ यह आपात उपाय रविवार से लागू किए गए हैं और यह 22 मार्च तक जारी रहेंगे। यहां दस देशों से हवाई या समुद्री मार्ग से आने वाले यात्रियों पर भी पाबंदी लगाई गई है।
स्वास्थ्य अधिकारी जैक नीदेनथाल ने कहा कि हवाई यात्रा प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है ताकि देश में पृथक सुविधाएं शुरू करने और संभावित महामारी के लिए स्वास्थ्य देखभाल में लगे कर्मियों को मुस्तैद करने के लिए वक्त मिल जाए। यहां के बंदरगाहों पर जहाजों को लंगर डालने से भी रोक दिया गया है।
मार्शल द्वीपसमूह ने पिछले हफ्ते सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित नेताओं की अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर भी पाबंदी लगा दी थी। उत्तर कोरिया में अब तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन यहां बेहद सख्त नियम लागू किए गए हैं। कई हफ्तों से जारी सख्त नियमों के चलते कई राजनयिक यहां से जा चुके हैं जिसके बाद, सोमवार को यहां कई दूतावास बंद कर दिए गए। उत्तर कोरिया ने अपनी सीमाएं बंद कर ली और हजारों लोगों को पृथक कर दिया। सैकड़ों विदेशियों को घरों में रहने को कहा गया है।