ट्रंप ने जताई व्यापार की उम्मीद, कहा-चीन, रूस, जापान और भारत के साथ संबंध रखना अच्छा है
By भाषा | Published: January 15, 2019 05:02 AM2019-01-15T05:02:53+5:302019-01-15T05:02:53+5:30
ट्रंप ने कहा, ‘‘(चीन के) राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हमारा खास संबंध है क्योंकि रूस, चीन, जापान और भारत के साथ संबंध रखना अच्छा है और मेरा तकरीबन हर किसी के साथ रिश्ता है। यह बुरी नहीं अच्छी चीज है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीन के साथ हमारा करार हो जाएगा।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार करार की उम्मीद जताते हुए कहा है कि रूस, चीन, जापान और भारत जैसे देशों के साथ संबंध रखना अच्छा है। ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन के साथ हमारी अच्छे तरीके से बात हो रही है। शुल्क की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘(चीन के) राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हमारा खास संबंध है क्योंकि रूस, चीन, जापान और भारत के साथ संबंध रखना अच्छा है और मेरा तकरीबन हर किसी के साथ रिश्ता है। यह बुरी नहीं अच्छी चीज है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीन के साथ हमारा करार हो जाएगा।’’
पिछले सप्ताह अमेरिकी अधिकारी बीजिंग में बातचीत के लिए गए थे। चीन के अधिकारियों ने कहा है कि अगले दौर की वार्ता 30 और 31 जनवरी को वाशिंगटन में होगी।
ट्रंप और चीन के नेता शी चिनफिंग के बीच एक दिसंबर को बढ़ते गतिरोध को तीन महीने तक रोकने पर सहमति बनी थी। ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपको बता सकता हूं कि हम कुछ ऐसी चीजें कर रहे हैं जो मेरे राष्ट्रपति बनने से पहले करना संभव नहीं था।’’
वहीं, उन्होंने कहा कि वह सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित नहीं करने जा रहे। उन्होंने माना कि उनके और विपक्षी डेमोक्रैट्स के बीच सरकार के मौजूदा कामबंदी पर समझौता नहीं हो पाया है।
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रीय आपातकाल घोषित नहीं करने जा रहा । यह इतना आसान है कि आपको यह नहीं करना चाहिए। अब, मेरे पास इसे लागू करने का पूरा कानूनी अधिकार है, लेकिन मैं इसे लागू नहीं करने जा रहा क्योंकि यह करना तो बहुत आसान है।’’
इसके साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर डेमोक्रैट्स के साथ उनका समझौता नहीं हो पाया है। समझौता नहीं हो पाने के कारण सरकार का कामकाज ठप होने के 24 दिन हो चुके हैं लेकिन कोई राह निकलती नजर नहीं आ रही। देश में 8,00,000 संघीय कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे और उन्हें अपना वेतन भी नहीं मिल पाया है।