Israel–Hamas war: अभी जिंदा है इजरायल का सबसे बड़ा दुश्मन याह्या सिनवार, हमास की कमान अब उसी के हाथ में, 1 साल से किसी ने नहीं देखा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: October 8, 2024 15:01 IST2024-10-08T14:59:54+5:302024-10-08T15:01:31+5:30
Israel–Hamas war: हमास पर लगातार किए जा रहे हमले और उसके टॉप कमांडरों के मारे जाने के बाद भी ये उग्रवादी संगठन अभी कमजोर नहीं पड़ा है। हमास का चीफ इस्माइल हनीयाह भले मारा जा चुका हो लेकिन संगठन में बेहद ताकतवर माना जाना वाला याह्या सिनवार अब भी जिंदा है।

सिनवार ही अब हमास के सभी सैन्य ऑपरेशन की अगुवाई कर रहा है
Israel–Hamas war: हमास पर लगातार किए जा रहे हमले और उसके टॉप कमांडरों के मारे जाने के बाद भी ये उग्रवादी संगठन अभी कमजोर नहीं पड़ा है। हमास का चीफ इस्माइल हनीयाह भले मारा जा चुका हो लेकिन संगठन में बेहद ताकतवर माना जाना वाला याह्या सिनवार अब भी जिंदा है। जुलाई में तेहरान की यात्रा के दौरान एक संदिग्ध इजरायली हमले में इस्माइल हनीयाह की मौत के बाद सिनवार को आंदोलन के समग्र नेता के रूप में चुना गया था।
हमास पर सिनवार की पकड़ अटूट बनी हुई है। कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सिनवार ही अब हमास के सभी सैन्य ऑपरेशन की अगुवाई कर रहा है। इजरायल के साथ युद्ध में गाजा के फिलिस्तीनी क्षेत्र को काफी नुकसान हुआ है लेकिन एक साल की लड़ाई में भारी नुकसान के बावजूद हमास पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार गाजा में अब तक 41,909 से अधिक लोग मारे गए और 1.9 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं। अब संघर्ष लेबनान तक फैल गया है। इस लड़ाई में अब हिजबुल्लाह भी शामिल हो गया है। सिनवार और उसका भाई जो एक शीर्ष कमांडर भी है, दोनों अब तक इजरायल के पकड़ से बाहर हैं।
याह्या सिनवार को इजरायल अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। इज़राइल द्वारा "बुराई का चेहरा" करार दिया गया सिनवार गुप्त रूप से काम करता है। वह लगातार घूमता रहता है और गैर-डिजिटल संचार के लिए केवल लोगों पर भरोसा करता है। 7 अक्टूबर के बाद से उसे सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है।
कौन है याह्या सिनवार
1962 में जन्मे सिनवार दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर में पले-बढ़े। तब गाजा पर मिस्र का नियंत्रण था। इज़रायली सेनाएं सिनवार को उसके गृहनगर के नाम पर "खान यूनिस का कसाई" कहती हैं। याह्या सिनवार ने कुल मिलाकर लगभग 24 साल जेल में बिताए हैं। उसे पहली बार 1982 में आतंकी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार किया गया था। 1988 में सिनवार को दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की हत्या में उसकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था। उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सिनवार को 2011 में कैदी अदला-बदली सौदे में रिहा कर दिया गया था।
रिहाई के बाद सिनवार हमास के सैन्य विंग में अहम भूमिका निभाने लगा। 2015 में सिनवार को अमेरिका की वांछित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया। 2017 में सिनवार को गाजा में हमास का प्रमुख चुना गया था।