Israel-Hamas War: हमास को पूरी तरह खत्म करने का प्रण लेकर गाजा पट्टी में घुसी इजराइली सेना ने इसके उत्तरी इलाके पर लगभग पूरी तरह कब्जा कर लिया है। इजराइली सेना लगातार हमास के भूमिगत ठिकानों पर हमला कर रही है और उन्हें नष्ट कर रही है। गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल ‘शिफा’ भी इजराइली सेना से घिरा है।
इस बीच दुनिया भर से जंग को खत्म करने की आवाज उठ रही है। इजराइल के मुख्य सहयोगी अमेरिका ने भी कहा है कि इजराइल को गाजा पर नियंत्रण के बारे में नहीं सोचना चाहिए। लेकिन इजराइली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग का राय इससे अलग है। इसहाक हर्ज़ोग का कहना है कि गाजा को फिर से इस हालत में नहीं छोड़ा जा सकता ताकि हमास जैसे संगठन इस पर कब्जा कर लें।
इजराइली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने कहा है, "अगर हम पीछे हट गए तो कमान कौन संभालेगा? हम शून्य नहीं छोड़ सकते। हमें सोचना होगा कि तंत्र क्या होगा। ऐसे कई विचार हैं जिन पर चर्चा हो रही है लेकिन कोई भी इस जगह, गाजा को फिर से आतंकी अड्डे में बदलना नहीं चाहेगा।"
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के कार्यालय के अनुसार पांच नवंबर के बाद से करीब दो लाख और लोग उत्तरी गाजा से विस्थापित हुए हैं। हमास की ओर से अचानक हमले के बाद शुरू हुआ युद्ध अब छठे सप्ताह में प्रवेश कर गया है। हमास के उग्रवादियों ने हमला करके सैकड़ों नागरिकों को मार दिया था और करीब 240 लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ गाजा ले गये थे। इजराइल ने लगभग तीन सप्ताह तक भारी हवाई हमले किए और इसके बाद उत्तर में सेना और टैंक भेजे। युद्ध में जहां हजारों फलस्तीनी नागरिकों को जान गंवानी पड़ी है, वहीं इससे बड़े पैमाने पर तबाही भी हुई।
इस जंग को खत्म करने की अपील दुनिया भर से हो रही है लेकिन इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को खारिज कर चुके हैं। नेतन्याहू कह चुके हैं कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई ‘‘पूरी ताकत’’ के साथ जारी रहेगी। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि संघर्ष-विराम तभी संभव है, जब गाजा में चरमपंथियों द्वारा बंधक बनाए गए सभी 240 लोगों को मुक्त किया जाएगा। इजराइल ने गाजा में हमास के 16 साल के शासन को खत्म करने और हमले करने की उसकी क्षमता को खत्म का संकल्प लिया है।