Israel vs Hezbollah: इजरायल-लेबनान सीमा पर तैनात हैं 600 भारतीय सैनिक, जानें वजह
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 21, 2024 17:12 IST2024-09-21T17:11:15+5:302024-09-21T17:12:27+5:30
Israel vs Hezbollah: 120 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन इजरायल और लेबनान के बीच बफर जोन के रूप में काम करती है, जहां केवल भारतीय सैन्य टुकड़ी सहित संयुक्त राष्ट्र की सेनाएं ही तैनात हैं।

भारतीय सेना की भूमिका संयुक्त राष्ट्र के निर्देशों के तहत शांति और सुरक्षा बनाए रखना है
Israel vs Hezbollah: पश्चिम एशिया में इन दिनों तनाव चरम पर है। हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच हाल ही में शुरू हुई झड़प के बीच भारतीय सेनासंयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत अस्थिर इजरायल-लेबनान सीमा पर अपनी स्थिर उपस्थिति जारी रखे हुए है। वर्तमान में, 600 भारतीय सैनिक ब्लू लाइन पर तैनात हैं। ये जगह लेबनान से इजरायल की वापसी के हिस्से के रूप में 2000 में स्थापित एक सीमांकन है। यहां मौजूद 600 भारतीय सैनिक लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (UNIFIL) का हिस्सा है, जो युद्ध के बीच क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए समर्पित है।
कभी भी छिड़ सकता है भीषण युद्ध
हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच हाल ही में तनाव तब बढ़ा जब हिजबुल्लाह कथित तौर पर इजरायल की ओर 1,000 से अधिक रॉकेट लॉन्च करने की तैयारी कर रहा था। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, जवाब में, इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया, जिसमें 100 से अधिक रॉकेट लॉन्चर और हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया और नष्ट कर दिया। IDF के ऑपरेशन का उद्देश्य एक बड़े हमले को रोकना था, क्योंकि हिजबुल्लाह की बढ़ती आक्रामकता की आशंका थी।
इससे पहले 16 सितंबर को लेबनान के विभिन्न हिस्सों में पेजर में विस्फोट होने की घटनाओं में हिजबुल्ला समूह के कई सदस्यों की मौत हो गई थी। इसमें 2,700 से अधिक लोग घायल हो गए। यह घटना ऐसे समय हुई है जब लेबनान सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है। हिजबुल्ला ने इस घटना के लिए सीधे इजरायल को जिम्मेदार ठहराया।
इसके एक दिन बाद लेबनान में फिर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में विस्फोट की घटनाएं हुईं जिनमें 14 लोगों की मौत हो गई और करीब 450 अन्य घायल हो गए। पेजर विस्फोट से मारे गए हिज्बुल्ला के तीन सदस्यों और एक बच्चे को बेरूत में सुपुर्द ए खाक करते समय कई धमाके हुए। इस बार वॉकी-टॉकी में धमाके हुए थे।
ब्लू लाइन पर भारतीय शांति सैनिक
जारी संघर्ष के बावजूद, भारतीय सेना की भूमिका हस्तक्षेप करना नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र के निर्देशों के तहत शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। 120 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन इजरायल और लेबनान के बीच बफर जोन के रूप में काम करती है, जहां केवल भारतीय सैन्य टुकड़ी सहित संयुक्त राष्ट्र की सेनाएं ही तैनात हैं। यूनिफिल के तहत उनका प्राथमिक कार्य शांति बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना है कि क्षेत्र में कोई संघर्ष या हिंसा की घटनाएं न बढ़ें। भारतीय सैनिकों को क्षेत्र में अन्य संयुक्त राष्ट्र मिशनों की सुरक्षा करने और शांति अभियानों के लिए किसी भी खतरे को रोकने का भी काम सौंपा गया है।