Israel-Hamas War: इजरायल ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अपने दो बड़े दुश्मनों को मार गिराया है। इजरायली सेना ने मंगलवार को बेरूत पर घातक हमला किया जिसमें हिजबुल्लाह के एक शीर्ष कमांडर फउद शुकर की मौत हो गई। लेबनान की राजधानी में हुए हमले में कम से कम एक महिला और दो बच्चे मारे गए और दर्जनों लोग घायल हो गए। इस घातक हमले के कुछ घंटों बाद ही बुधवार यानि आज खबर आई है ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने बुधवार को कहा कि तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई है।
हालांकि, फिलहाल किसी ने भी हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इसका शक इजराइल पर है, जिसने सात अक्टूबर को देश में हुए अप्रत्याशित हमले को लेकर हानिया और हमास के अन्य नेताओं को मारने का संकल्प लिया था। हानिया मंगलवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान में था। ईरान ने यह नहीं बताया कि हानिया की हत्या कैसे हुई और उसे किसने मारा। रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर विश्लेषकों ने तुरंत इस हत्या के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया। इजराइल ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हानिया ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और कतर में निर्वासन में रह रहा था। गाजा में हमास का शीर्ष नेता येह्या सिनवार है, जिसने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले की साजिश रची थी।
इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। हानिया की हत्या ऐसे वक्त में हुई है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन हमास और इजराइल को एक अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते पर राजी करने का प्रयास कर रहा है। अभी व्हाइट हाउस ने हानिया की हत्या पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हिजबुल्लाह कमांडर की मौत का कारण
इजरायल की सेना ने पुष्टि की कि उसने हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर फुआद शुक्र को “खत्म” कर दिया है, जो गोलान हाइट्स पर हमला करने के लिए जिम्मेदार था, जहां 12 बच्चे मारे गए थे।
फुआद शुक्र 1983 में बेरूत में हुए बम विस्फोट में अपनी भूमिका के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा भी वांछित था, जिसमें लगभग 300 अमेरिकी और फ्रांसीसी सैनिक मारे गए थे। 27 जुलाई को गोलान हाइट्स के मजदल शम्स शहर में हिजबुल्लाह द्वारा किए गए रॉकेट हमले में बच्चों सहित लगभग 12 लोग मारे गए। रिपोर्ट के अनुसार, यह घातक हमला लेबनान के इस्लामिक आतंकवादी संगठन द्वारा किया गया था। हिजबुल्लाह द्वारा दागा गया रॉकेट फुटबॉल के मैदान पर गिरा, जिसमें बच्चे और युवा किशोर मारे गए।
अधिकांश पीड़ित 10-20 वर्ष की आयु के थे। पीड़ितों को खूनी नरसंहार से बचने का समय नहीं मिला। हमले में कई दर्जन अन्य घायल हो गए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्लामिक आतंकी संगठन के खिलाफ त्वरित जवाबी कार्रवाई का वादा किया है।
हमास प्रमुख इस्माइल हानिया के बच्चों की मौत
इस साल अप्रैल में इजरायली हमले में हमास प्रमुख इस्माइल हनीया के तीन बेटे मारे गए थे। अल जजीरा अरबी के साथ एक साक्षात्कार में, हानिया ने अपने बच्चों हेजम, आमिर और मोहम्मद के साथ-साथ अपने कई पोते-पोतियों की हत्या की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, "शहीदों के खून और घायलों के दर्द के माध्यम से, हम आशा पैदा करते हैं, हम भविष्य बनाते हैं, हम अपने लोगों और अपने राष्ट्र के लिए स्वतंत्रता और आजादी बनाते हैं।" उन्होंने कहा कि युद्ध की शुरुआत से लेकर अब तक उनके परिवार के लगभग 60 सदस्य मारे गए हैं, जिनमें भतीजे और भतीजियाँ भी शामिल हैं।