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इजरायल ने 11 लाख लोगों को गाजा छोड़ने का दिया आदेश, यूएन ने कहा- इसके होंगे विनाशकारी परिणाम

By आकाश चौरसिया | Updated: October 13, 2023 12:12 IST

संयुक्त राष्ट्र न इजरायल की ओर से दिए आदेश को काफी नुकसानदायक बताया है। इसके साथ ही उत्तरी गाजा के लोगों को काफी हानि हो सकती है।

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ठळक मुद्देइजरायल ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को अपना ठिकाना बदलने का आदेश दिया हैइस बात से संयुक्त राष्ट्र बेहद चिंतित है क्योंकि यूएन का मानना है कि यह काफी विनाशकारी हो सकता है

यरुशलम: एपी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि इजराइल की सेना ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया है। यूएन के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस आदेश से विनाशकारी मानवीय परिणाम सामने आने का खतरा पैदा हो गया है। यह आदेश ऐसे वक्त आया है जब इजराइल ने हमास के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई तेज की है। 

इस आदेश का निहितार्थ यह हो सकता है कि जमीनी हमले तेज किए जा सकते हैं, हालांकि इजराइल की सेना ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। गुरुवार को सेना ने कहा था कि वह जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है, लेकिन इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। 

इजरायल सेना ने संयुक्त राष्ट्र को शुक्रवार को जानकारी दी कि गाजा के 11 लाख फिलिस्तीनियों को अपना ठिकाना गाजा के उत्तरी क्षेत्र से दक्षिण क्षेत्र में जाने को कहा है। गाजा के इन सभी लोगों को अगले 24 घंटे में अपना स्थान बदलना होगा अन्यथा इजरायल हमला करेगा और ये सभी उसका शिकार बनेंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने कहा कि फिलिस्तीनियों को साथ ही साथ यह डर है कि इजरायल योजनाबद्ध तरीके से उनकी जमीनों पर हमला कर सकता है। 

इजरायली सेना ने चेतावनी पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इजरायल ने गाजा सीमा के पास टैंक को एक साथ तैनात कर दिया है और हमास द्वारा इजरायल में घातक हमले के बाद फिलिस्तीनी क्षेत्र पर लगातार इजरायल हवाई हमले कर रहा है। लेकिन, यह चेतावनी देकर इजरायल ने हमास के लोगों के प्रति मानवीय संवेदना प्रकट की है क्योंकि हमास ने तो बिना कुछ देखे ही इजरायल के लोगों को अपना शिकार बनाया था। 

स्टीफन डुजारिक ने कहा, संयुक्त राष्ट्र इजरायल की चेतावनी पर कहता है कि यह विनाशकारी हो सकता है क्योंकि इसकी जद में मानव भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने कठोरता दिखाते हुए इस आदेश पर अपील की है। यदि यह बात सच है तो भी इसे रद्द करना चाहिए क्योंकि यह काफी नुकसान भरा हो सकता है। 

डुजारिक ने कहा, इजरायल सेना का यह आदेश यूएन के कर्मचारियों और हमारी ओर से मुहैया कराई जा रही सुविधाओं पर भी लागू होगा। इसमें स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लीनिक भी शामिल हैं। अब तक हमास के हमले में इजरायल के 1300 लोग मारे जा चुके है, जो इजरायल के इतिहास में काफी घातक हमला साबित हुआ है। 

इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी की सीमा को सीज कर दिया था, जिस रास्ते से उसे खाने से लेकर हर चीज की सप्लाई होती है। साथ ही बमों की लगातार बारिश भी कर रहा है क्योंकि पड़ोसी फिलिस्तीन को पूरी तरह से खत्म करना चाहता है। गाजा की तरफ से कहा है कि अभी तक 1500 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। 

टॅग्स :इजराइलUNHamas
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