तेल अवीव: दशकों से चल रहे इजराइल-फिलिस्तीन विवाद के बीच इजरायली सुरक्षा बल (आईडीएफ) और गाजा के चरमपंथियों के बीच शुरू हुए हालिया संघर्ष में 51 लोगों के मारे जाने की सूचना मिल रही है। इस संबंध में आईडीएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मारे गये कुल 51 लोगों में से 24 जिहाद आतंकवादी समूह से ताल्लूक रखते थे।
टाइम्स आफ इजराइल ने हिंसक संघर्ष के बारे में जानकारी प्रकाशित करते हुए बताया कि आईडीएफ की ओर से पेश किया गया आंकड़े तथ्यात्मक नहीं बल्कि अनुमान पर आधारित हैं। आईडीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस संघर्ष में 27 नागरिकों और बच्चों के अलावा 24 आतंकियों को मारा गया है।
इसके साथ ही आईडीएफ के प्रवक्ता रान कोचव ने कहा कि आतंकियों के साथ चल रहे हिंसक झड़प में 27 बेकसूरों के मारे जाने का हमें बेहद अफसोस है। सेना ने बहुत प्रयास किया था कि आम नागरिकों के हमले में कोई नुकसान न पहुंचे लेकिन मारे गये 24 इस्लामिक जिहादी उनकी आड़ में छुपे हुए थे या फिर हमले के दौरान उन्हें आगे कर दे रहे थे।
इजराइल के ताजा सैन्य संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद गाजा पट्टी में हालात सामान्य बनाने के लिए इजरायल और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) के बीच समझौता कराने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाने की तैयारी कर रहा है।
इस बीच इजरायली सेना के आपरेशन ब्रेकिंग के तहत गाजा पट्टी में जबरदस्त हवाई हमले किए गए हैं। इस तनावपूर्ण माहौल में संयुक्त अरब अमीरात के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सोमवार को सुरक्षा परिषद की बैठक में मौजूद सदस्यों ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे हिंसक हालात को शांतिपूर्ण हल की ओर प्रेरित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को बल देने की बात कही।
गाजा में चल रहे आक्रामक बमबारी के सिलसिले में इजराइल के प्रधानमंत्री यायर लैपिड के दफ्तर ने बयान जारी करते हुए बताया कि इस्लामी चरमपंथ के घातक हमलों को नाकामयाब बनाने के लिए इजराइली रक्षा बलों ने 5 अगस्त को गाजा पट्टी में इस्लामिक जिहादी ठिकानों पर बमबारी की।
बयान में कहा गया, "इस आपरेशन का लक्ष्य इजरायली नागरिकों के खिलाफ गाजा पट्टी के इस्लामिक जिहादी द्वारा पैदा किये जा रहे खतरों को कम करना है। आतंकी लगातार इजरायल और गाजा पट्टी से सटे इलाकों में रहने वाले इजरायली नागरिकों को निशाना बना रहे हैं, इसलिए आईडीएफ को हमले के लिए आगे आना पड़ा।"
इसके साथ ही इजरायली प्रधानमंत्री यायर लापिड का यह कहना है कि इजरायल गाजा पट्टी के आतंकवादी संगठनों को इजरायली नागरिकों को धमकी देने और डराने की अनुमति नहीं देगा।
उन्होंने कहा, "जो कोई भी इजराइली नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे यह पता होना चाहिए कि उसे हम किसी भी कीमत पर तलाश लेंगे। सुरक्षा बल इस्लामिक जिहादियों के खिलाफ सख्त एक्शन इसलिए ले रहे हैं ताकि वे इजरायली नागरिकों के लिए खतरे को कम कर सकें।"