हिजाब विरोध: ईरानी सेना महिलाओं के चेहरे, ब्रेस्ट और प्राइवेट पार्ट पर मार रही है गोलियां, लड़कियों की सुंदरता को करना चाहती है खत्म- रिपोर्ट
By आजाद खान | Published: December 10, 2022 09:56 AM2022-12-10T09:56:15+5:302022-12-10T10:45:15+5:30
दावा यह भी किया गया है कि सेना ने एक 20 साल की लड़की के गुप्त अंग पर दो छर्रे दागे है। यही नहीं रिपोर्ट में महिलाओं को घेर कर उन पर गोलियां चलाने की भी बात सामने आई है।
तेहरान:ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन अब भी जारी है और ऐसे में सेना इस प्रदर्शन को दबाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर ईरानी सेना द्वारा पुरुषों और महिलाओं के खिलाफ क्रूरता देखा गया है।
सेना द्वारा बच्चों को भी नहीं छोड़ा गया है और उनके आंखों को भी निशाना बनाया है। यही नहीं दावा यह भी है कि सेना ने महिलाओं की सुंदरता को बिगाड़ने के लिए उनके चेहरे, गुप्त अंग और छाती पर भी गोलियां दागी है।
ईरानी सेना को लेकर क्या है दावा
दि गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ डॉक्टर और नर्सों की एक टीम जो विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों का छुपकर इलाज कर रहे है ताकि उनकी भी गिरफ्तारी न हो जाए ने दावा किया है कि सेना महिलाओं को जानबूझकर निशाना बना रहे है। दावा है कि घायलों का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया है कि ऐसा पहली बार देखा गया है सेना द्वारा महिलाओं के पैरों नितंबों और पीठों पर बंदूक चलाई गई हैं।
मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए मिडिल इस्फहान क्षेत्र के एक डॉक्टर ने बताया है कि सेना खासकर महिलाओं को अलग-अलग तरीकों से टारगेट कर रही है और उन्हें सजा दे रही है। उनके मुताबिक, सेना महिलाओं की सुंदरता को खत्म करना चाहती है, यही कारण है कि वे महिलाओं के चेहरे और गुप्त अंगों पर वार कर रही है। ऐसा ही एक केस डॉक्टर के पास आया था जिसमें उसने एक 20 साल की महिला का इलाज किया था जिसके गुप्त अंग में दो छर्रे लगे हुए थे।
सरकार और सेना प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाना चाहती है
मिडिल इस्फहान क्षेत्र के डॉक्टर ने यह भी दावा किया है कि सेना ने 20 साल की महिला के जांघ के भीतरी हिस्से में भी 10 के करीब छर्रे भी पाए गए है। ऐसे में उसे किसी महिला डॉकटर को दिखाने की सलाह दी गई थी। दावा है कि इस महिला को सेना के जवानों ने घेर लिया था और इस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी।
ईरानी सरकार और सेना देश में चल रहे विरोध-प्रदर्शन को किसी भी हाल में दबाना चाहती है। ऐसे में अलग-अलग तरीकों से प्रदर्शनकारियों को सजा दी जा रही है और उन पर गोलियां भी चलाकर उन्हें घायल किया जा रहा है।