भारत-ताजिकिस्तान आर्थिक सहयोग को और मजबूत बनाया जा सकता है : जयशंकर
By भाषा | Updated: March 31, 2021 17:21 IST2021-03-31T17:21:03+5:302021-03-31T17:21:03+5:30

भारत-ताजिकिस्तान आर्थिक सहयोग को और मजबूत बनाया जा सकता है : जयशंकर
दुशांबे, 31 मार्च विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरीद्दीन के साथ मुलाकात के बाद कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत किए जाने की संभावनाएं हैं। साथ ही उन्होंने दोनों देशों के व्यावसायी समुदाय से एक-दूसरे के साथ बेहतर संबंध विकसित करने को भी कहा।
अफगानिस्तान पर नौवें ‘हार्ट ऑफ एशिया’ मंत्रीस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए जयशंकर ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे आए हुए हैं। विदेश मंत्री के रूप में जयशंकर की किसी प्रमुख मध्य एशियाई देश की यह पहली आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि ‘हार्ट ऑफ एशिया इस्तांबुल प्रॉसेस ऑन अफगानिस्तान’ का नौवां मंत्रीस्तरीय सम्मेलन उचित समय पर हो रहा है।
जयशंकर ने कहा, ‘‘ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति एमामोली रहमान ने दोनों देशों के बीच बेहतर आर्थिक सहयोग, विशेष रूप से भारतीय कंपनियों द्वारा ताजिकिस्तान में निवेश पर जोर दिया। आगे के संबंधों में यह मुख्य बिंदु रहेगा।’’
मंत्री ने कहा कि उनकी ‘‘द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर और क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर’’ विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन के साथ विस्तृत चर्चा हुई।
जयशंकर ने कहा, ‘‘सिरोजिद्दीन और मेरे समान विचार हैं कि जैसे समय के साथ हमारा द्विपक्षीय रणनीतिक संबंध बेहतर हुआ है वैसे ही आर्थिक सहयोग को भी बेहतर बनाने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा कि विकास के क्षेत्र में सहयोग भी द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण स्तंभ बन गया है।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हमारी अनुदान सहायता के तहत हमने ताजिकिस्तान में कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है जिनमें स्कूलों में आईटी उपकरण लगाना, खाद्य प्रसंस्करण प्लांट लगाना, इंजीनियरिंग कार्यशाला, दवाओं के प्लांट, आईटी केन्द्र, पनबिजली परियोजनाओं से जुड़े कार्य आदि शामिल हैं।
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