सबसे बड़े ग्राहक अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है भारत, हम बहुत कम बेचते हैं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा-अब देर हो चुकी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 1, 2025 21:01 IST2025-09-01T20:38:24+5:302025-09-01T21:01:30+5:30
भारत अपने सबसे बड़े ग्राहक अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है, लेकिन हम बहुत कम बेचते हैं।

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न्यूयॉर्क/वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि भारत ने अब शुल्क में कटौती कर इसे नाममात्र करने की पेशकश की है, ''लेकिन अब इसमें देर हो चुकी है।'' उन्होंने कहा कि भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य सामान रूस से खरीदता है और अमेरिका से बहुत कम खरीदता है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, ''बहुत कम लोग यह जानते हैं कि हम भारत के साथ बहुत थोड़ा व्यापार करते हैं, लेकिन वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं।'' उन्होंने कहा, ''भारत अपने सबसे बड़े ग्राहक अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है, लेकिन हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं।
US President Donald Trump posts on Truth Social, says, "What few people understand is that we do very little business with India, but they do a tremendous amount of business with us. In other words, they sell us massive amounts of goods, their biggest “client,” but we sell them… pic.twitter.com/CmD7j4jSdM
— ANI (@ANI) September 1, 2025
अब तक यह पूरी तरह से एकतरफा रिश्ता रहा है, और यह कई दशकों से चला आ रहा है।'' ट्रंप ने कहा कि इसका कारण यह है कि भारत ने अब तक हमसे इतने ज्यादा शुल्क वसूले हैं, किसी भी देश से ज़्यादा, कि हमारी कंपनियां भारत में सामान नहीं बेच पा रही हैं। उन्होंने कहा, ''भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य उत्पाद रूस से खरीदता है, अमेरिका से बहुत कम।
Low energy tweet. Donald Trump sadly trying to show that he has upper hand with India whereas he has been cornered.
— Harsh Gupta Madhusudan (@harshmadhusudan) September 1, 2025
Flat out lie too “offered to cut their tariffs to nothing”. No. And Indo-US trade including services, education, rerouting, royalties etc is balanced.
Low energy. pic.twitter.com/sTzgra0LrY
उन्होंने शुल्क को पूरी तरह से कम करने की पेशकश की है, लेकिन अब देर हो चुकी है। उन्हें ऐसा सालों पहले कर देना चाहिए था। ये लोगों के सोचने के लिए बस कुछ साधारण तथ्य हैं।'' ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 25 प्रतिशत जवाबी शुल्क और रूस से तेल खरीदने के कारण 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया है। इस तरह भारत पर लगाया गया कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। भारत ने अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क को अनुचित बताया है।