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मौजूदा दौर में बच्चों के लिए खेल के मैदानों की अधिक जरूरत

By भाषा | Updated: August 24, 2021 19:23 IST

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(शैरोन गोल्डफेल्ड, मेलबर्न विश्वविद्यालय)मेलबर्न, 24 अगस्त (द कन्वरसेशन) ऑस्ट्रेलियाई परिवारों और उनके बच्चों के लिए पिछले 18 महीने काफी मुश्किल भरे रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों की नौकरियां छूटने, मानसिक तनाव, घर से काम करने और दूर से पढ़ाई के कुल प्रभाव को कम नहीं आंका जा सकता।विकासात्मक बाल रोग विशेषज्ञों के रूप में हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इन सब विषयों का बच्चों के विकास पर क्या प्रभाव पड़ा है। महामारी पर काबू के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप, दुनिया भर में बच्चों की शारीरिक गतिविधियां कम हो गयी हैं और उनका ज्यादा समय एक जगह बैठ कर व्यतीत हो रहा है। यह एक ऐसा कारण है, जो दर्शाता है कि अभी बच्चों के लिए खेल के मैदान कितने महत्वपूर्ण हैं।बच्चों के लिए खेलकूद जरूरी है। इससे उनके सीखने के साथ-साथ सामाजिक और शारीरिक विकास में सुधार होता है। खेलकूद से कौशल विकास को भी बढ़ावा मिलता है, जो संकट के समय काफी महत्वपूर्ण है।इस अनिश्चित और प्रतिबंध भरे दौर में, घरों से बाहर मैदानों में खेलने से बच्चों को सामान्य स्थिति का भी एहसास होता है। वायरस के प्रसार की आशंका के कारण विक्टोरिया ने पिछले सप्ताह खेल के मैदानों को बंद कर दिया। खेल के मैदानों को बंद करने से मध्यम और उच्च घनत्व वाले ऐसे आवासीय परिसरों में रहने वाले बच्चों पर विशेष रूप से प्रभाव पड़ता है, जहां खेलकूद के बाहरी स्थानों तक पहुंच सीमित होती है। ये बच्चे निम्न-आय वर्ग में आते हैं और पहले से ही सामाजिक अलगाव के प्रभावों को लेकर अधिक संवेदनशील होते हैं। खेल के मैदानों को खुला रखने में कुछ जोखिम हो सकते हैं लेकिन इन्हें बच्चों के विकास के लिए खेल के मैदानों से होने वाले खासे लाभ के साथ उचित तरीके से संतुलित किया जाना चाहिए। खेल के मैदानों में कोविड-19 प्रसार के खतरे को कम करने के लिए हम कुछ सावधानियां बरत सकते हैं। खेल के मैदानों और वायरस के प्रसार संबंधी क्या शोध हुए हैं? अब तक, कुछ अध्ययनों में ही सार्स-सीओवी-2 के प्रसार में खेल के मैदानों की विशिष्ट भूमिका पर गौर किया गया है। सार्स-सीओवी-2 वायरस के कारण ही कोविड-19 बीमारी होती है। हमें डेल्टा स्वरूप के साथ ऐसा कोई अध्ययन नहीं मिला। इजराइल, ब्राजील और इंडोनेशिया में तीन अध्ययनों में सतह के संदूषण पर ध्यान केंद्रित किया गया। खेल के मैदान की सतहों के कुछ नमूनों (इजराइल के अध्ययन में 25 में से दो) की रिपोर्ट पॉजिटव रही।ब्राजील के अध्ययन में शौचालय, एटीएम, हैंडरेल (स्वचालित सीढ़ियों में), खेल के मैदान और आउटडोर जिम उपकरण की पहचान की गयी, जिनमें सभी सतहों के वायरल संदूषण की दर सबसे ज्यादा रही। लेकिन जब वायरस सतहों पर पाया गया है, तो इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं था कि इससे खेल के मैदानों में वायरस का प्रसार हुआ है या नहीं। इंडोनेशियाई अध्ययन में कहा गया कि यदि बच्चे भोजन या पेय साझा करते हैं तो वायरस के प्रसार की आशंका अधिक हो सकती है। हालाँकि, उस अध्ययन ने केवल 2019 और 2020 में प्रकाशित पत्रिकाओं पर ही गौर किया। इसलिए उस में डेल्टा स्वरूप पर कोई विचार नहीं हो सका। सही रणनीतियों के साथ हम खेल के मैदानों में खतरों को कम कर सकते हैं तथा यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि बच्चे तनाव और अनिश्चितता भरे समय में खेलकूद की महत्वपूर्ण जरूरत से वंचित नहीं रहें।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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