नई दिल्ली, 28 जुलाई: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सबसे बड़े दल के तौर पर उभऱे हैं। इसके साथ ही ये साफ होता नजर आ रहा है कि इमरान खान ही पाक की सत्ता के मालिक होंगे। इमरान ने रुझान आने के तुरंत बाद ही पाकिस्तान के लोगों को संबोधित भी किया है। ऐसे में अब पाकिस्तान की संसद में सबसे ज्यादा पीटीआई के ही सांसद नजर आएंगे।
नवाज शरीफ की पार्टी ने 58 सीटें जीतीं
नतीजों एवं रूझानों के मुताबिक जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 58 सीटों पर जीत हासिल की है । जबकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 37 सीटें जीती हासिल की।
इमरान की संसद में मौजूदगी
जून 2013 से पाकिस्तान लोअर हाउस ने 56 सत्रों में 48 बैठकों में 9 बैठकों वह मौजूद रहे हैं। जबकि पीटीआई अध्यक्ष केवल 20 बैठकों में मौजूद रहे। हालांकि, इमरान ने अपना मासिक भत्ता आकर्षित करना जारी रखा है।नेशनल असेंबली में इमरान का प्रदर्शन 18 पूरे समय मौजूदगी के साथ प्रस्तावों पर सरकार से संबंधित मामलों पर आठ बार बोलना शामिल है (नेशनल असेंबली के नियमों के नियम 18 के नियम 18 स्पीकर को सदस्यों को उन मामलों को बढ़ाने की अनुमति देता है जो सरकार से संबंधित हैं। वह नियमित कार्यवाही में केवल 8 बार ही संसद में मौजूद रहे। जिसमें केवल 2 बार ही उन्होंने सवाल पूछे हैं।
ऐसे में अब सवाल ये है कि जो केवल 8 बार संसद गए वो पीएम बनने के इसी हाल में रहेंगे या बदलेंगे। खबरों की मानें तो अगर पीएम बनने के बाद भी वह इसी तरह से संसद गए तो सबसे कम बार जाने वाले सांसद के बाद पीएम भी हो जाएंगे।सरकार बनाने के लिए चाहिए 137 सीटें
किसी एक पार्टी को अपने दम पर सरकार बनाने के लिए सीधे तौर पर निर्वाचित सीटों में से कम से कम 137 सीटों की जरूरत होगी। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं जिनमें से 272 को आम चुनावों में सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि शेष 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। आम चुनावों में पांच फीसदी से ज्यादा वोट पाने वाली पार्टियां इन आरक्षित सीटों पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व के हिसाब से अपने प्रतिनिधि भेज सकती हैं। कुल 172 सीटें पाने वाली पार्टी सरकार बना सकती है।