हांगकांग: दुनिया भर में कोरोना के कम होते मामलों के बीच हांगकांग में महामारी अपने चरम पर पहुंच गई है। हांगकांग में कोरोना को लेकर कड़े नियमों की वजह से महीनों तक महामारी नियंत्रित रही पर हाल के दिनों में यहां मामले तेजी से बढ़ हैं। आलम ये है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव नजर आने लगा है।
हांगकांग में ओमीक्रोन वेरिएंट की वजह से कोरोना महामारी की ये लहर आई है। यहां पिछले साल दिसंबर में ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आया था और तब इसे फैलने से रोकने के लिए तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए गए। इसमें फ्लाइट पर बैन सहित एक जगह पर दो लोग से अधिक के खड़े होने पर पंबादी भी शामिल थी। हालांकि, इसके बावजूद संक्रमण के मामले काफी बढ़ गए हैं।
हांगकांग में दो महीनों में कोरोना से सबसे अधिक मामले
रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार तक हांगकांग में पिछले दो महीनों में 20200 कोरोना केस सामने आ चुके हैं। ये संख्या पिछले करीब दो साल में कोरोना के आए 12 हजार मामलों से भी अधिक है। संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण हांगकांग के अस्पतालों पर बोझ बढ़ता जा रहा है। इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी स्थानीय सरकार से हालात पर काबू पाने के लिए तेजी से कदम उठाने को कहा है।
हांगकांग की मुख्य कार्यकारी (Chief Executive) कैरी लैम ने इस सप्ताह स्वीकार किया कि पांचवीं लहर ने 'भारी झटका' दिया है। साथ ही उन्होंने हांगकांग के अगले मुख्य कार्यकारी के चयन को भी स्थगित करने की बात कही। ये चयन मार्च में किया जाना था।
हांगकांग में सरकार को अब टेस्ट क्षमता और क्वारंटीन सेंटर के त्वरित निर्माण को लेकर भी संघर्ष करना पड़ रहा है। महामारी की शुरुआत के बाद से हांगकांग सबसे बुरे दौर का सामना कर रहा है और इस सप्ताह हर दिन कोविड-19 के करीब 2,000 नए मामले आए हैं।
हांगकांग में ओमीक्रो से निपटने के लिए क्या बन रही हैं योजनाएं?
हांगकांग में अब से पहले तक सभी कोविड-19 वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना जरूरी था। इसमें ऐसे मरीज भी थे जिनमें हल्के लक्षण हैं। हालांकि अब अस्पतालों पर बढ़ते बोझ के बीच इससे छूट पर विचार किया जा रहा है।
कैरी लैम ने शुक्रवार को कहा कि सरकार शहर में सभी 75 लाख लोगों के टेस्ट के लिए 'योजना बना रही है।'
उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि चीन की तरह फिलहाल वर्तमान में पूरी तरह लॉकडाउन की योजना नहीं है। कैरी लैम ने कहा कि हालांकि यह देखना होगा क्या शहर भर में टेस्ट के बाद योजना बदल सकती है।