Afghanistan–India relations: चार साल बाद, भारत काबुल में दूतावास फिर से खोलने के लिए तैयार
By रुस्तम राणा | Updated: October 10, 2025 12:47 IST2025-10-10T12:41:47+5:302025-10-10T12:47:07+5:30
अफ़ग़ान विदेश मंत्री मुत्ताक़ी के साथ बैठक के दौरान, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "मुझे आज काबुल स्थित भारत के तकनीकी मिशन को भारतीय दूतावास के स्तर पर उन्नत करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है..."

Afghanistan–India relations: चार साल बाद, भारत काबुल में दूतावास फिर से खोलने के लिए तैयार
नई दिल्ली: भारत ने अफगानिस्तान के साथ संबंधों को उन्नत किया, तालिबान मंत्री के दिल्ली दौरे के बीच काबुल में दूतावास फिर से खोलने की तैयारी है। अफ़ग़ान विदेश मंत्री मुत्ताक़ी के साथ बैठक के दौरान, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "मुझे आज काबुल स्थित भारत के तकनीकी मिशन को भारतीय दूतावास के स्तर पर उन्नत करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है..."
विदेश मंत्री ने कहा, "भारत अफ़ग़ानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारे बीच घनिष्ठ सहयोग आपके राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ क्षेत्रीय स्थिरता और लचीलेपन में भी योगदान देता है। इसे और मज़बूत करने के लिए, मुझे आज काबुल स्थित भारत के तकनीकी मिशन को भारतीय दूतावास के स्तर पर उन्नत करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।"
जयशंकर ने कहा, "अफगानिस्तान में खनन के अवसरों का पता लगाने के लिए भारतीय कंपनियों को आपका निमंत्रण भी अत्यंत सराहनीय है। इस पर आगे चर्चा की जा सकती है। व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने में हमारी साझा रुचि है। मुझे काबुल और नई दिल्ली के बीच अतिरिक्त उड़ानें शुरू होने की जानकारी पाकर खुशी हो रही है..."
#WATCH | अफ़ग़ान विदेश मंत्री मुत्ताक़ी के साथ बैठक के दौरान, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "मुझे आज काबुल स्थित भारत के तकनीकी मिशन को भारतीय दूतावास के स्तर पर उन्नत करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है..."
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2025
"भारत अफ़ग़ानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता… pic.twitter.com/FpseUEB1D9
वहीं इस अहम द्विपक्षीय बैठक में अफगान विदेश मंत्री मुत्ताकी ने कहा, "अफगानिस्तान में हाल ही में आए भूकंप में भारत ने सबसे पहले प्रतिक्रिया दी थी। अफगानिस्तान भारत को एक करीबी दोस्त के रूप में देखता है। अफगानिस्तान आपसी सम्मान, व्यापार और लोगों के बीच संबंधों पर आधारित संबंध चाहता है। हम आपसी समझ का एक परामर्श तंत्र बनाने के लिए तैयार हैं, जो हमारे संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।"
मुत्ताक़ी ने कहा, "मुझे दिल्ली में आपसे मिलकर खुशी हुई। हमारे बीच सदियों से सभ्यतागत और लोगों के बीच संबंध रहे हैं, और यह सिर्फ़ भूगोल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संस्कृति, व्यापार और अन्य क्षेत्रों तक भी फैला हुआ है..."