अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2021 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है। ट्रंप को इजरायल और यूएई के बीच ऐतिहासिक शांति वार्ता करवाने के लिए नॉमिनेट किया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने अमेरिकी मीडिया का हवाला देते हुए इस बात की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि नॉर्वे संसद के क्रिश्चियन ताइब्रिंग की ओर से ट्रंप को इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है। इनकी ओर से लगातार डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की गई थी, दावा किया गया कि डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया में शांति स्थापित करने की काफी कोशिशें कीं। वहीं, फॉक्स न्यूज के मुताबिक, टाइब्रिंग ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने दो देशों के बीच चली आ रही लंबी दुश्मनी को खत्म करवाया है। जो किसी भी तरह के शांति पुरस्कार के लिए काफी है।
उन्होंन इस पुरस्कार के लिए ट्रंप के नामांकन हेतु लिखे गए पत्र में लिखा कि वह इस पुरस्कार को पाने की तीनों पात्रताएं पूरी करते हैं। उन्होंने अन्य देशों के साथ किसी भी तरह के सशस्त्र संघर्ष को बढ़ावा नहीं दिया और न ही किसी तरह के युद्ध की पहल की। उन्होंने बातचीत के जरिए समझौते किए। ट्रंप ने मध्य पूर्व के देशों में नाटो और अमेरिकी सैनिकों की संख्या कम की है। बता दें कि 2021 के नोबेल शांति पुरस्कार का एलान अगले साल अक्तूबर में होगा।
गौरतलब है कि इसी साल अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं, ऐसे में इस नॉमिनेशन से उन्हें चुनावों में फायदा हो सकता है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी नोबेल के शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप को इस पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया हो, 2018 में किम जोंग उन के साथ सम्मेलन करने पर भी उन्हें नॉमिनेट किया गया था। हालांकि, तब डोनाल्ड ट्रंप को ये सम्मान नहीं मिला था।