डोकलाम विवाद: भारत की टिप्पणी पर चीन ने कहा, मौजूदा तंत्र के जरिये हो मतभेदों को हल
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: January 30, 2018 11:55 IST2018-01-30T11:08:20+5:302018-01-30T11:55:13+5:30
भारतीय राजदूत गौतम बंबावाले ने अपने ग्लोबल टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कहा था कि 3,488 किलोमीटर की सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों में यथास्थिति में बदलाव नहीं किया जाना चाहिये।

डोकलाम विवाद
चीन ने डोकलाम पर एक बार फिर अपना दावा ठोकते हुए कहा है कि वह उसका ऐतिहासिक इलाका है। इस विवादित इलाके में चीन ने अपने सैन्य ढांचे में इजाफे को सही ठहराते हुये कहा कि यह इलाका उसकी संप्रभुता का हिस्सा है। उसने कहा है कि चीन और भारत के बीच बने सीमा विवाद और मतभेदों को 'शांतिपूर्ण तरीके' से सुलझाने की जरूरत है।
भारतीय राजदूत गौतम बंबावले के इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने ये प्रतिक्रिया दी है। दैनिक ग्लोबल टाइम्स में छपे बंबावाले के इंटरव्यू पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चूनयिंग ने यहां कहा कि मौजूदा तंत्र के जरिये मतभेदों को हल किया जा सकता है। यह भी पढ़ें: यह भी पढ़ें: चीन ने दी भारत को धमकी, कहा- अपनी सेना को कंट्रोल में रखें
गौतम बंबावाले ने अपने ग्लोबल टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कहा था कि 3,488 किलोमीटर की सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों में यथास्थिति में बदलाव नहीं किया जाना चाहिये। मेरा मानना है कि आप इसे डोकलाम विवाद को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। डोकलाम विवाद पर भारत और चीन को एक दूसरे से बात करते रहने की जरूरत है और पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा बातचीत करने की जरूरत है, नेतृत्व के स्तर से लेकर विभिन्न स्तरों पर।
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बता दें कि भारत-चीन की सीमा से सटे इलाके डोकलाम में 73 दिनों तक आमने-सामने रहने के बाद बीते साल 28 अगस्त को गतिरोध दूर हुआ था। विवाद स्थिति तब बनी थी जब पूर्वोत्तर के राज्यों को इलाके से जोड़ने वाले संकरे इलाके ‘चिकन नेक' के पास चीन द्वारा रणनीतिक सड़क निर्माण को भारतीय सेना द्वारा रोक दिया गया था।