किम जोंग उन की तानाशाही: दक्षिण कोरियाई ड्रामा देखने पर दो युवकों को सरेआम गोलियों से भुनवाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 6, 2022 01:57 PM2022-12-06T13:57:41+5:302022-12-06T13:57:57+5:30
दक्षिण कोरियाई फिल्म देखने पर किम जोंग ने दो युवको को सरेआम गोलियों से मार गिराया। साल 2020 में कोरियाई सरकार ने एक कानून पारित कराया था, उस कानून के मुताबिक उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरियाई ऑडियो विजुअल देखना या सुनना गैर कानूनी है।
नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की तनाशाही आए दिनों खबरों में बनी रहती है। एक बार फिर किम जोंग ने अपनी क्रूरता का सबूत दिया है । दो युवकों को दक्षिण कोरिया फिल्म देखने के आरोप में सरेआम गोलियों से भुनवा देने की बात सामने आई है।
उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरियाई फिल्म या नाटक देखना गैर कानूनी
उत्तर कोरिया में इन दिनों दक्षिण कोरिया और पश्चिमी देशों की फिल्मों, म्यूजिक और टीवी शो का बहुत क्रेज है। इसे यूएसबी फ्लैश ड्राइव और एसडी कार्ड के जरिए चीन के रास्ते तस्करी किया जाता है। दक्षिण कोरिया की संस्कृति के प्रसार से उत्तर कोरिया बहुत परेशान है।
साल 2020 में कोरियाई सरकार ने एक कानून पारित कराया था, उस कानून के मुताबिक उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरियाई ऑडियो विजुअल देखना या सुनना गैर कानूनी है।
रेडियो फ्री एशिया मुताबिक फिल्म देखने का कथित अपराध करने वाले युवकों की उम्र 16 या 17 साल है। इन युवकों को मौत की सजा देने के दौरान स्थानीय लोगों को उसे देखने के लिए मजबूर किया गया। चीन से सटे सीमाई कस्बे हयेसन के एक निवासी ने कहा, 'किम सरकार के अधिकारियों ने कहा कि जो लोग दक्षिण कोरियाई फिल्मों या नाटक को देखते हैं या उसे वितरित करते हैं, उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों को मौत की सजा दी जाएगी।
सरेआम गोली मार कर की निर्मम हत्या
दोनों नाबालिग अक्टूबर की शुरुआत में उत्तर कोरिया के रयांगगैंग प्रांत के एक हाई स्कूल में मिले, जो चीन के साथ अपनी सीमा साझा करता है, जहां उन्होंने कई कोरियाई और अमेरिकी नाटक शो देखे, द इंडिपेंडेंट ने कोरियाई मीडिया का हवाला देते हुए बताया। उत्तर कोरियाई सरकार को जैसे ही इस बात की खबर लगी वैसे ही दोनों नाबालिगों को जनता के सामने लाया गया और फिर सरेआम गोली मार दी गई। क्षेत्र के निवासियों को दोनों बच्चों को गोली मारते हुए को देखने के लिए मजबूर किया गया।