लाइव न्यूज़ :

दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद विरोधी आंदोलन के नायक डेसमंड टूटू का 90 साल की उम्र में निधन, नोबेल शांति पुरस्कार से हुए थे सम्मानित

By विशाल कुमार | Updated: December 26, 2021 13:18 IST

आर्कबिशप टूटू को रंगभेद की नीति के खिलाफ लड़ने के लिए 1984 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें इस महीने की शुरुआत में संक्रमण की शिकायत के चलते केप टाउन के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

Open in App
ठळक मुद्देडेसमंड टूटू दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद विरोधी आंदोलन के नायक थे।1984 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।पिछले 15 सालों से प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करा रहे थे।

जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद विरोधी आंदोलन के नायक डेसमंड टूटू का 90 साल की उम्र में निधन हो गया।

पिछले 15 सालों से प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करा रहे आर्कबिशप टूटू को इस महीने की शुरुआत में संक्रमण की शिकायत के चलते केप टाउन के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आर्कबिशप टूटू को रंगभेद की नीति के खिलाफ लड़ने के लिए 1984 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि आर्कबिशप एमेरिटस डेसमंड टूटू का निधन उत्कृष्ट दक्षिण अफ्रीका की एक पीढ़ी के लिए हमारे देश की विदाई में शोक का एक और अध्याय है, जिन्होंने हमें एक मुक्त दक्षिण अफ्रीका दिया है।

टॅग्स :साउथ अफ़्रीकाCyril Ramaphosa
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIND vs SA 2nd ODI Highlights: साउथ अफ्रीका ने मारी बाजी, टीम इंडिया की हार, सीरीज 1-1 से बराबर

क्रिकेटIND vs SA: कोहली और रोहित ने दूसरे वनडे से पहले दिखाई धुआंधार तैयारी

विश्व'UNSC में सुधार कोई विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत है': आईबीएसए की मीटिंग में पीएम मोदी बोले

विश्वPM Modi in South Africa: ड्रग–टेरर नेटवर्क पर सख्त वार करो?, जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने रखा प्रस्ताव, वीडियो

भारतG20 summit: पीएम मोदी G20 समिट के लिए साउथ अफ्रीका हुए रवाना, वैश्विक नेताओं संग होगी मुलाकात

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए