कोविड-19 महामारीः वरिष्ठ राजनयिक बोले- भारत ने नेतृत्व क्षमता दिखाई, दूसरे देशों की ‘‘बढ़-चढ़कर’’ मदद की, जो जिंदगियां चली गईं, वे नहीं लौटेंगी...
By भाषा | Published: May 12, 2020 03:57 PM2020-05-12T15:57:49+5:302020-05-12T15:57:49+5:30
अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारत के महा वाणिज्य दूत संदीप चक्रवर्ती ने कहा कि भारत ने पूरे विश्व को मदद की। भारतीय नेतृत्व ने जी-20 और दक्षेस देशों को हर संभव सहायता कर दिखाया की आप चाहे तो कुछ भी कर सकते हैं।
न्यूयॉर्क/वाशिंगटनः कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत ने नेतृत्व क्षमता दिखाई है और बीमारी से लड़ने में दूसरे देशों की ‘‘बढ़-चढ़कर’’ मदद की है। यह बात यहां देश के महा वाणिज्य दूत ने कही।
उन्होंने कहा कि लोगों की सरलता और कौशल से देश की अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने में मदद मिलेगी। भारतीय मूल के अमेरिकी नेता जगदीश साहनी की तरफ से कोविड-19 पर भारत की प्रतिक्रिया विषय पर आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा में यह बात संदीप चक्रवर्ती ने कही।
न्यूयॉर्क में भारत के महा वाणिज्य दूत चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘नीतिगत दृष्टि से भारत का स्पष्ट मानना है कि हमें वायरस को रोकना है और इसे फैलने नहीं देना है व वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।’’ भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय और परिचर्चा में शामिल संगठनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत दूसरे देशों की ‘‘बढ़-चढ़कर’’ मदद कर रहा है और अमेरिका सहित विभिन्न देशों को आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कर रहा है।
उन्होंने कहा कि महामारी से लड़ने में ‘‘हमने जी-20 और दक्षेस देशों में नेतृत्व दिखाया है।’’ चक्रवर्ती ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने में भारत की रणनीति में कई तत्व हैं -- लॉकडाउन, चिकित्सा तैयारियां, जिन लोगों की जीवन में बाधा आई है उन्हें सहयोग करना और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करना।
उन्होंने कहा कि हालांकि अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा लेकिन ‘‘हमारी सरलता, हमारे कौशल, वापसी करने की हमारी क्षमता’’ से यह ठीक हो जाएगा। चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाना है।’’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौट सकती है लेकिन जो जिंदगियां चली गईं, वे नहीं लौटेंगी।
कोविड-19 : पोम्पिओ ने भारत, पांच अन्य देशों के समकक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग, पारदर्शिता और जिम्मेदारी के विषय पर भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इजराइल, जापान और दक्षिण कोरिया के अपने समकक्षों के साथ चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पोम्पिओ ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिसे पायने, ब्राजील के विदेश मंत्री अर्नेस्टो हेनरिक फ्रागा अराउजो, इजराइली विदेश मंत्री यीजराइल काट्ज, जापानी विदेश मंत्री तारो कोनो और दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री कांग क्युंग व्हा से बात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टगस ने कहा, “पोम्पिओ और उसके समकक्षों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी और इसके कारणों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग, पारदर्शिता और जिम्मेदारी के महत्व पर चर्चा की।” अमेरिका और अन्य देश वायरस पर जानकारी देने के संबंध में चीन की पूर्ण पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन चीन ने वायरस की जानकारी छिपाने से इनकार किया और कहा है कि वह घातक वायरस से लड़ने के अपने प्रयासों को लेकर पारदर्शी रहा है।
ओर्टगस ने बताया कि मंत्रियों की ऑनलाइन बैठक में भावी वैश्विक स्वास्थ्य संकट को रोकने के प्रति साझेदारी और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय क्रम के महत्व की पुन: पुष्टि किए जाने पर भी चर्चा की गई। ऑनलाइन बैठक के संबंध में जयशंकर ने कहा कि इसमें कोरोना वायरस के कारण सामने आई चुनौतियों पर प्रतिक्रिया देने के संबंध में व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने इस बैठक को ‘‘सार्थक’’ करार दिया।