दरियाई घोड़ों से परेशान है कोलंबिया, भारत भेजने की योजना, जानिए सबसे कुख्यात तस्कर रहे पाब्लो एक्सोबार से क्या है पूरे मामले का कनेक्शन?

By भाषा | Published: March 3, 2023 03:09 PM2023-03-03T15:09:48+5:302023-03-03T15:15:55+5:30

कोलंबिया अपने खर्चे पर 60 दरियाई घोड़े भारत भेजने की योजना बना रहा है। इन्हें गुजरात के जामनगर स्थित ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलेशन किंगडम में भेजने की योजना है।

Colombia planning to send invasive hippopotamus to India and Mexico, full details | दरियाई घोड़ों से परेशान है कोलंबिया, भारत भेजने की योजना, जानिए सबसे कुख्यात तस्कर रहे पाब्लो एक्सोबार से क्या है पूरे मामले का कनेक्शन?

दरियाई घोड़ों से परेशान है कोलंबिया, भारत भेजने की योजना, जानिए सबसे कुख्यात तस्कर रहे पाब्लो एक्सोबार से क्या है पूरे मामले का कनेक्शन?

Highlightsकोलंबिया अपने यहां से 70 दरियाई घोड़े भारत और मेक्सिको भेजने की योजना बना रहा है।इन दरियाई घोड़ों को लोहे के कंटेनर और विमान के जरिये अपने खर्चे पर कोलंबिया भेजेगा।पाब्लो एस्कोबार ने सालों पहले चार दरियाई घोड़े अफ्रीका से मंगाए थे और अब वहां इनकी संख्या काफी बढ़ गई है।

बोगोटा: कोलंबिया कुख्यात मादक तस्कर पाब्लो एस्कोबार के पशु फार्म के पास रहने वाले कम से कम 70 दरियाई घोड़ों को भारत और मेक्सिको भेजने की योजना बना रहा है। गुजरात (भारत) के जामनगर स्थित ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलेशन किंगडम में 60 दरियाई घोड़ों को भेजा जाएगा।

इसके लिए दरियाई घोड़ों को पकड़ने से जुड़े अभियान, उन्हें ढोने वाले लोहे के कंटेनर और विमान के जरिये भारत भेजने का पूरा खर्च कोलंबिया सरकार उठाएगी। कोलंबिया सरकार ने दरियाई घोड़ों की आबादी पर लगाम लगाने के मकसद से यह फैसला लिया है।

दरियाई घोड़ों और पाब्लो एक्सोबार...क्या है ये कहानी?

पाब्लो एस्कोबार कोलंबिया का वैश्विक स्तर पर कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर था, जिसे पुलिस ने 1993 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। उसने 1980 के दशक में अफ्रीका से अवैध रूप से चार दरियाई घोड़े मंगवाए थे, जिसके बाद से क्षेत्र में दरियाई घोड़ों की संख्या काफी बढ़ चुकी है।

पिछले कुछ वर्षों में इन दरियाई घोड़ों की आबादी बोगोटा से 200 किलोमीटर (124 मील) की दूरी पर मैग्डेलेना नदी के किनारे स्थित पशु फार्म ‘हैसिएंडा नेपोल्स रैंच’ से कहीं आगे तक फैल गई है। पर्यावरण एजेंसियों का अनुमान है कि एंटिओक्विया प्रांत में स्थित इस क्षेत्र में अभी लगभग 130 दरियाई घोड़े हैं और अगले आठ वर्षों में उनकी संख्या बढ़कर 400 तक हो सकती है।

1993 के बाद तेजी से बढ़ी दरियाई घोड़ों की संख्या

एस्कोबार का ‘हैसिएंडा नेपोल्स रैंच’ और क्षेत्र में मौजूद दरियाई घोड़े 1993 के बाद से पर्यटकों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरे हैं। एस्कोबार की मौत के बाद जब यह पशु फार्म वीरान हो गया, तब वहां स्थानीय नदियों में अनुकूल मौसम परिस्थितियों में दरियाई घोड़ों के प्रजनन को बल मिला, जिससे उनकी संख्या तेजी से बढ़ गई।

वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि कोलंबिया में दरियाई घोड़ों का कोई प्राकृतिक शिकारी नहीं है और ये जीव जैव विविधता के लिए एक संभावित खतरा हैं, क्योंकि उनका मल नदियों की संरचना को बदल देता है और यह मैनाटी और कैपीबारा जैसे जीवों के प्राकृतिक आवास को प्रभावित कर सकता है।

दरियाई घोड़े: जहरीली आक्रामक प्रजाति!

कोलंबिया सरकार ने दरियाई घोड़ों को पिछले साल एक जहरीली आक्रामक प्रजाति घोषित किया था। एंटिओक्विया के पर्यावरण मंत्रालय में पशु संरक्षण एवं कल्याण विभाग की निदेशक लीना मार्सेला डि लॉस रॉस मोरैल्स ने बताया कि दरियाई घोड़ों को भारत और मेक्सिको भेजने की योजना पर एक साल से अधिक समय से काम किया जा रहा है।

मोरैल्स के मुताबिक, दरियाई घोड़ों को खाने का लालच दिखाकर लोहे के बड़े कंटेनर में कैद किया जाएगा और फिर ट्रक के जरिये 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रियोनिग्रो शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ले जाया जाएगा। मोरैल्स ने बताया कि रियोनिग्रो से उन्हें विमान के जरिये भारत और मेक्सिको भेजा जाएगा, जहां दरियाई घोड़ों को ठिकाना देने, उनकी देखभाल करने और आबादी नियंत्रित रखने में सक्षम अभयारण्य और चिड़ियाघर मौजूद हैं।

गुजरात में 60 दरियाई घोड़े भेजने की योजना

स्थानीय पर्यावरण प्राधिकरण ‘कॉर्नारे’ के प्रवक्ता डेविड एचेवेरी लोपेज ने कहा, “ऐसा करना संभव है। हमें दरियाई घोड़ों को देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में स्थानांतरित करने का अनुभव पहले से ही है।” भारत और मेक्सिको में दरियाई घोड़ों का स्थानांतरण लोपेज की निगरानी में होगा। मोरैल्स ने बताया कि गुजरात के जामनगर स्थित ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलेशन किंगडम में 60 दरियाई घोड़े भेजने की योजना है।

उन्होंने कहा कि दरियाई घोड़ों को पकड़ने से जुड़े अभियान, उन्हें ढोने वाले लोहे के कंटेनर और विमान के जरिये भारत भेजने का पूरा खर्च कोलंबिया सरकार उठाएगी। मोरैल्स के मुताबिक, 10 अन्य दरियाई घोड़े मेक्सिको के ओस्टोक सहित अन्य अभयारण्यों और चिड़ियाघरों में भेजे जाएंगे।

एंटिओक्विया के राज्यपाल कार्यालय ने बताया कि इक्वाडोर, फिलीपीन और बोत्सवाना ने भी कोलंबिया के सामने दरियाई घोड़ों को उनके देश भेजने की इच्छा जाहिर की है।

Web Title: Colombia planning to send invasive hippopotamus to India and Mexico, full details

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