बीजिंग: अमेरिका में टिकटॉक रहेगा या बंद हो जाएगा, इसका फैसला 15 सितंबर तक हो जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की टिकटॉक के लिए उसके अमेरिकी परिचालन को बंद करने या उसे किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने की अंतिम तिथि 15 सितंबर से आगे खिसकाने से गुरुवार (10 सितंबर) को मना कर दिया है। टिकटॉक को लेकर अमेरिका में चल रहे विवाद पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अमेरिका ने टिकटॉक पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर जो भी आरोप लगाए हैं, हम उसका विरोध करते हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, टिकटॉक को लेकर चीन राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा का दुरुपयोग करने और अन्य देशों की विशिष्ट कंपनियों पर अत्याचार करने के लिए अपनी राष्ट्रीय शक्ति का उपयोग करने के अमेरिकी प्रयास का विरोध करता है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने आतंकवाद को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, आतंकवाद सभी देशों के लिए एक चुनौती है और पाकिस्तान ने इसके खिलाफ लड़ते हुए बलिदान दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका सम्मान करना चाहिए। चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- 15 सितंबर तक टिकटॉक किसी अमेरिकी कंपनी को बेचें या बंद करें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने एक कार्यकारी आदेश जारी कर चीनी कंपनी के सामने अपने अमेरिकी परिचालन का मालिकाना हक बदलकर स्थानीय कंपनी को देने या बंद करने के लिए 15 सितंबर तक का वक्त दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (10 सितंबर) को संवाददाताओं से कहा, मैं अंतिम तिथि आगे नहीं बढ़ा रहा हूं। यह 15 सितंबर है। टिकटॉक के लिए आखिरी तारीख में कोई विस्तार नहीं होगा। एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा, हम देखेंगे कि क्या होता है, या तो यह बंद होगी या वे इसे बेचेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट और बाइटडांस के बीच टिकटॉक को खरीदने की बातचीत चल रही है। इससे पहले भारत ने टिकटॉक सहित चीन के कई ऐप पर प्रतिबंध लगाए हैं। भारत टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है। भारत ने टिकटॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए 100 से अधिक और चीनी ऐप को प्रतिबंध किया है।