चीन ने ताइवान को फिर दी धमकी, पनडुब्बी के लेकर दी प्रतिक्रिया, विदेशी समर्थन के खिलाफ भी चेतावनी दी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 30, 2023 02:45 PM2023-09-30T14:45:09+5:302023-09-30T14:46:40+5:30
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पनडुब्बी के जलावतरण पर प्रतिक्रिया में कहा कि ताइवान चीनी क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है और ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों का एकीकरण साकार होना तय है।
नई दिल्ली: हाल ही में ताइवान ने अपनी पहली स्वदेशी पनडुब्बी को दुनिया के सामने पेश किया। ताइवान ने डीजल से चलने वाली इस सबमरीन को खास तौर पर चीन को जवाब देने के लिए विकसित किया है। ताइवान की नौसेना चार दशक से ये सपना देख रही थी कि उसका सपना साकार हो।
हालांकि इस पर अब चीन की प्रतिक्रिया भी आ गई है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने ताइवान द्वारा अपनी पहली पनडुब्बी पेश करने करने को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि राष्ट्रीय एकीकरण की लहर को रोकने की कोशिश वाली कवायद है। चीन ने ताइवान को धमकाते हुए कहा है कि ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के अधिकारी चाहे कितने भी हथियार बनाएं या खरीदें, वे राष्ट्रीय एकीकरण की सामान्य प्रवृत्ति को रोक नहीं पाएंगे या पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दृढ़ संकल्प, दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत क्षमताओं को हिला नहीं पाएंगे।
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने ताइवान द्वारा निर्मित पहली पनडुब्बी के जलावतरण के संबंध में संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और उसे मुख्य भूमि के साथ फिर से एकीकृत करना चाहता है। बीजिंग ने ताइवान को औपचारिक रूप से स्वतंत्रता की घोषणा करने और किसी भी विदेशी समर्थन के खिलाफ चेतावनी दी है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पनडुब्बी के जलावतरण पर प्रतिक्रिया में कहा कि ताइवान चीनी क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है और ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों का एकीकरण साकार होना तय है।
बता दें कि ताइवानी पनडुब्बी 230 फीट लंबी है। इसका वजन लगभग 3,000 टन है और यह बारूदी सुरंगें बिछाने और युद्धपोतों पर हमला करने में सक्षम है। ताइवान इस पनडुब्बी के निर्माण में पिछले सात साल से जुटा हुआ था। ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने पनडुब्बी पर शैम्पेन की एक बोतल तोड़ कर इसका अनावरण किया। इस मौके पर त्साई इंग-वेन ने कहा कि स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करना एक लंबी और जटिल यात्रा है जिसे उनके देश ने पूरा करके दिखाया है। इस पनडुब्बी का नाम नॉरवाल रखा गया है। आए दिन चीन अपने लड़ाकू विमान और जंगी जहाज ताइवानी सीमा की तरफ भेजा करता है। हालांकि ताइवान लंबे समय से चीन की किसी भी हिमाकत का जवाब देने की तैयारी कर रहा है।