'देश टूट गया है और हम कुछ नहीं कर सकते', कोरोना की मार पर ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो ने खत्म की सब्सिडी
By स्वाति सिंह | Published: January 6, 2021 08:50 PM2021-01-06T20:50:25+5:302021-01-06T20:56:52+5:30
ब्राजील दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में दूसरे नंबर पर है।
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने बुधवार को कहा कि उनका देश टूट गया है और वह इसके बारे में कुछ नहीं कर पा रहा हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश के नागरिकों को मिलने वाली कई सब्सिडी को समाप्त कर दिया है। बता दें कि ब्राजील में कोरोना वायरस से लगभग 200, 000 लोगों की मौत हुई है।
इसी बीच मंगलवार को लोगों ने राष्ट्रपति भवन के बाहर आर्थिक राहत की मांग की। सेना के एक अधिकारी ने राजधानी ब्रासीलिया में कहा, 'ब्राजील टूट गया है मालिक, मैं कुछ नहीं कर सकता।' बोल्सोनारो ने कहा, 'मैं कर कटौती तालिका को संशोधित करना चाहता था। बोलसनारो ने देश के आर्थिक पतन का कारण राज्य के राज्यपालों द्वारा कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए किए गए लॉकडाउन उपायों को बताया है।
उधर, ब्राजील सरकार ने सोमवार को बताया कि वह ब्रिटिश दवा निर्माता एस्ट्राजेनेका की भारत में निर्मित कोविड-19 वैक्सीन के शिपमेंट की गारंटी के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रही है। वहीं ब्राजील की प्राइवेट हेल्थ क्लीनिक एसोसिएशन भी भारतीय फार्मास्यूटिकल फर्म भारत बायोटेक से कोरोना वायरस वैक्सीन खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। ब्राजील दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में दूसरे नंबर पर है।
ब्राजील की हेल्थ रेगुलेटर एन्विसा ने नए साल की पूर्व संध्या पर भारत से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दो मिलियन खुराक आयात करने की मंजूरी दी थी। बहुत से राजनयिक इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं कि इस वैक्सीन का शिपमेंट किसी भी निर्यात प्रतिबंध से प्रभावित ना हों। फायोक्रॉस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि ब्राजील का विदेश मंत्रालय इस वार्ता को आगे बढ़ा रहा है। ब्राजील सरकार को पूरी आशा है कि वह भारत से टीकों का आयात करने में सफल होगी और किसी भी बाधा को कूटनीतिक प्रयासों से हल कर लिया जाएगा।