लाइव न्यूज़ :

बेलारूस ने पत्रकार संगठनों को बंद किया, कार्रवाई जारी

By भाषा | Updated: August 28, 2021 12:56 IST

Open in App

कीव (यूक्रेन), 28 अगस्त (एपी) बेलारूस ने असंतुष्टों के खिलाफ एक साल से जारी कार्रवाई को लेकर मीडिया में आने वाली खबरों को दबाने के अपने प्रयासों के तहत देश के सबसे बड़े स्वतंत्र पत्रकार संगठन को बंद करने का आदेश दिया है। देश के उच्चतम न्यायालय ने ‘बेलारूसियन एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स’ (बीएजे) को खत्म करने का शुक्रवार को आदेश दिया। इससे पहले प्रशासन करीब 30 पत्रकारों को जेल में बंद कर चुका है, समाचार पत्रों के कार्यालयों पर छापे मारे गए हैं, बड़े स्वतंत्र मीडिया संगठनों की वेबसाइट बाधित की गई हैं और नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेता स्वेतलाना एलेक्सीविच के नेतृत्व वाले ‘पेन सेंटर’ लेखक संगठन को बंद कर दिया है। अगस्त 2020 में आधिकारिक, किंतु विवादित परिणामों के अनुसार सत्तावादी राष्ट्रपति अलेक्सांद्र लुकाशेंको को छठे कार्यकाल के लिए विजेता घोषित किया गया। राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम के विरोध में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जिसके बाद बेलारूस ने विदेशी समाचार संगठनों की मान्यता रद्द कर दी थी। बीएजे के खिलाफ आदेश का औपचारिक कारण यह था कि उसकी छह शाखाओं में से दो ने अपने पट्टे के अनुबंध कथित तौर पर समाप्त कर दिए थे। संगठन ने इन आरोपों से इनकार किया है, लेकिन वह इस बात को साबित करने के लिए दस्तावेज मुहैया नहीं करा सका, क्योंकि जुलाई में छापेमारी और उपकरणों की जब्ती के बाद संगठन के कार्यालय को सील कर दिया गया था। बीएजे के प्रमुख आंद्रेई बास्तुनेत्स ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, ‘‘अदालतों के फैसले की परवाह किए बिना हम अपना काम करना जारी रखेंगे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका